हरिद्वार में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने किया भीमगोड़ा बैराज का निरीक्षण, विपक्ष पर साधा निशाना
बारिश और बाढ़ ने पूरे देश में कोहराम मचा रखा है। जिससे जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पहाड़ों में भारी बारिश के कारण अलकनंदा नदी उफान पर आ गई है और देवप्रयाग में जहां अलकनंदा खतरे के निशान के पार बहने लगी, वहीं हरिद्वार में गंगा ने चेतावनी का निशान पार कर दिया है। बता दें कि बीते रविवार शाम (16 जुलाई) को हरिद्वार में भीमगोड़ा बैराज के फाटक को निंयत्रित करने वाली रस्सी पानी के तेज बहाव से टूट गई।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने किया निरीक्षण
इसी बीच आज (18 जुलाई) को हरिद्वार प्रभारी उत्तराखंड शहरी विकास मंत्री सतपाल महाराज ने हरिद्वार में भीमगोड़ा बैराज का निरीक्षण किया। इस दौरान सतपाल महाराज ने कहा कि “भीमगोड़ा बैराज की रस्सी के टूटने से एक गेट डैमेज हो गया है और इस समय पानी की निकासी हो रही है। जितना पानी पीछे से आ रहा है, उतना पानी ही छोड़ा जा रहा है।”
विकास मंत्री सतपाल महाराज ने आगे कहा कि “उत्तर प्रदेश सिंचाई मंत्री को पत्र लिखा गया है कि जल्द से जल्द इस गेट को बनवाया जाए और जो गेट यहां डैमेज हुआ हैं, उसको जल्द रिपेयर किया जाए।
गेट टूटने से कोई दिक्कत नहीं है और किसी व्यक्ति को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है गंगा नदी में डेंजर लेवल से 1 मीटर नीचे है और सोनाली नदी का जलस्तर बढ़ा था वह भी वर्तमान में डेंजर लेवल से नीचे है। साथ ही साथ सारी नदियां इस समय डेंजर लेवल से नीचे हैं। बाढ़ चौकियों को भी अलर्ट किया गया है।”
विपक्षी दलों पर साधा निशाना
विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि “सोनाली नदी का बांध टूटने के चलते लक्सर में ज्यादा पानी आ गया है, जिसको जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा। जो लोग इस समय बाढ़ पर राजनीति कर रहे हैं, उन लोगों को राजनीति नहीं करनी चाहिए। सभी को मिलकर के इस चुनौती का सामना करना चाहिए। प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण काफी सड़कें क्षतिग्रस्त हुई है। लेकिन क्षतिग्रस्त सड़कों पर कार्य लगातार जारी है और जल्द ही जो मार्ग बंद है उनको भी खोला जाएगा। जो लोग बाढ़ से पीड़ित हैं उनको जल्दी मुख्यमंत्री से बात करके मुआवजा दिया जाएगा।”
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