Advertisement

मुजफ्फरनगर में किसान दिवस पर हंगामा, राकेश टिकैत ने सभागार कक्ष की कटवाई बिजली

Share
Advertisement

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में बुधवार को किसान दिवस पर उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब जिला कलेक्ट्रेट पर स्थित जिला पंचायत सभागार में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत किसानों के साथ किसान दिवस में पहुंचे थे लेकिन वहाँ पहुंचकर देखा तो जिला पंचायत सभागार के हॉल की बत्ती ही गुल थी लेकिन जिला पंचायत कार्यालय में बिजली आ रही थी जहां पर अधिकारी कार्य कर रहे थे।

Advertisement

इसको लेकर राकेश टिकैत और किसान भड़क गए बस फिर क्या था राकेश टिकैत के आह्वान पर किसानों ने पूरे जिला पंचायत कार्यालय की बिजली काट दी जिसके बाद तिल मिलाएं अधिकारियों ने बामुश्किल राकेश टिकैत की मान मनव्वल की और तब जाकर यह तय हुआ कि जिला पंचायत कार्यालय के साथ जिला सभागार जहां किसान पहुंचे है वहां की बिजली भी आएगी तब जाकर कहीं मामला शांत हुआ।

इस दौरान किसान दिवस पर जब कोई अधिकारी किसानों की मीटिंग लेने नहीं पहुंचा तो गुस्साए नरेश टिकैत ने माइक का बोलते हुए साफ साफ शब्दों में कहा कि मुजफ्फरनगर का प्रशासन चाह रहा है कि किसान दिवस बंद हो जाए लेकिन यह पिछले 10 सालों से चल रहा है और किसान दिवस हर जिले में होता है अब यहां लाइट कटवा दो या कुछ भी कटवा दो पर हम टाइम पर यहां आएंगे जब तक किसान दिवस नहीं होगा हम यहां से नहीं जाएंगे और आज अधिकारी नहीं आए हैं कल आ जाए परसों आ जाए तब किसान दिवस हो जाएगा और अगर फिर भी नहीं आते हैं तो 22 तारीख में मुख्यमंत्री यहां आ रहे हैं तो ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ वहाँ जाने की हम भी अपनी तैयारी करेंगे और फिर मुख्यमंत्री वहां किसान दिवस की मीटिंग लेंगे और वहां बड़ी पंचायत कराएंगे ट्रैक्टर लेकर वही हम लोग भी चलेंगे क्योंकि किसान दिवस तो होगा जहां मीटिंग होती है वहां की लाइट काटी जा रही है और पूरे जिले में लाइट चल रही है अगर लाइट भाग रही है तो इन सब की भी भगा दो अगर लाइट काटी है तो फिर यह एक साजिश है अगर साजिश रचकर के प्री प्लान अगर कोई काम करोगे तो उसमें 120b की धारा लगती है।

किसान दिवस में अधिकारी मीटिंग नहीं लेंगे तो 22 तारीख में मुख्यमंत्री आ रहे हैं वह मीटिंग लेंगे अब दिल्ली जाने की जरूरत नहीं है सरकार घर में ही आ रही है इससे बढ़िया तो और कोई मौका हो ही नहीं सकता। हम लोग उनका घेराव नहीं करेंगे हम वहां किसान दिवस की मीटिंग करेंगे उसमें मुख्यमंत्री जी को बुलाएंगे जो सभा को संबोधित करेंगे।

राकेश टिकैत ने कहा कि किसान दिवस और मुजफ्फरनगर प्रशासन यह चाह रहा है कि यहां किसान दिवस बंद हो जाए लेकिन यह पिछले 10-20 साल से चल रहा है। किसान दिवस हर जिले में होता है तो अब यह लाइट कटवा दो या कुछ भी कटवा दो पर हम टाइम पर यहां पर आएंगे व जब तक किसान नहीं होगा। हम यहां से नहीं जाएंगे और अगर आज ही अधिकारी नहीं आ रहे तो कल हो जाएगा व अगर कल नहीं होगा तो परसों होगा और नहीं तो मुख्यमंत्री यहां आ रहा है तो ट्रैक्टरों के साथ में अपनी तैयारी करेंगे एवं किसान दिवस को तो मुख्यमंत्री ले लेंगे। क्योंकि अगर अधिकारी पर टाइम नहीं है तो प्रदेश के मुख्यमंत्री है वह एक मीटिंग ले लेंगे और बड़ी पंचायत कराएंगे साथ ही अपना ट्रैक्टर लेकर वही चलेंगे लेकिन किसान दिवस तो होगा। जहां मीटिंग होती है वहां की लाइट काटी है और पूरे जिला पंचायत में लाइट चल रही है व अगर लाइट भाग रही है।

उन्होंने कहा कि इन सब की भगा दो और अगर लाइट काटी है तो फिर यह एक साजिश है एवं अगर साजिश रचोगे व प्री प्लान अगर कोई काम हो तो 120 की धारा लगती है और या तो सारी ही लाइट भागेगी एवं नहीं तो सारी आएगी। यहां की बंद करवाई तो मका यहां की भी बंद कर दो तो उन्होंने कहा कि यहां गर्मी लगती है तो हमने कहा हमें भी लगती है।

उन्होंने कहा कि इधर की भी लाइट जोड़ दें तो हमने कहा जोड़ दो, 22 तारीख में मुख्यमंत्री जी आ रहे हैं या तो किसान दिवस में अधिकारी लेंगे नहीं तो भाई मुख्यमंत्री लेगा व सब अपने ट्रैक्टर तैयार रखें दिल्ली जाने की जरूरत नहीं और ज़ब मुख्यमंत्री सरकार घर में ही आ रही है तो इससे बढ़िया तो कोई मौका ही नहीं तो 22 तारीख में ट्रैक्टर लेकर शुक्रताल जाएंगे और अब तो डीजे बजाते चलो-डीजे बजाते क्योंकि डीजे पर छूट हो रही है, नहीं घेराव नहीं मुख्यमंत्री की मीटिंग करेंगे उसमें मुख्यमंत्री को बुलाएंगे व मुख्यमंत्री सभा को संबोधित करें क्योंकि उन्हें आदमी चाहिए व हमें सरकार चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *