UP: अलीगढ़ की जामा मस्जिद एशिया की मस्जिदों में है शुमार
देश में रमजान के पवित्र महीने के चलते मस्जिदों एवं मस्जिदों के आसपास काफी रौनक देखने को मिल रही है। अलीगढ़ की जामा मज्जिद एशिया की एकमात्र मस्जिद है। जिसकी गुम्मदो में सोना जड़ा हुआ है। गुम्मदो में जड़े सोने के अनुमान की बात की जाए तो सभी के अलग-अलग मत हैं। अलीगढ़ की जामा मस्जिद शहर के सबसे ऊंचे स्थान पर मौजूद है। जिसकी गुम्मदो को शहर के किसी भी कोने से साफ देखी जा सकती हैं। मस्जिद का इतिहास काफी पुराना बताया जाता है। जिसकी खूबसूरती अलग ही देखने को मिलती है।
दरअसल मामला नगर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत का है। जहां मौजूद जामा मस्जिद एशिया की एकमात्र मस्जिद है जिसकी गुम्मदो में सोना जड़ा हुआ है। गुम्मदो में जड़े सोने का अनुमान की बात की जाए तो सभी के अलग-अलग मत हैं। जामा मस्जिद का इतिहास 120 साल पुराना बताया जाता है। जामा मस्जिद के आसपास लगने वाला बाजार भी मस्जिद के इतिहास के समय से लगता आ रहा है। इस बाजार में सभी जरूरत का सामान देखने को मिल जाता है।
यहां खरीददारों की काफी भीड़ भाड़ देखी जा सकती हैं। जब मस्जिद के इतिहास के बारे में शहर मुफ्ती से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अलीगढ़ की जामा मस्जिद अपने आप में बहुत से रहस्य संजोए हुए हैं। उन्होंने एक वाक्य का जिक्र करते हुए बताया कि यदि अलीगढ़ में कभी जलजला आया तो अलीगढ़ घंटाघर की सबसे ऊंची चोटी डूबने के बाद जामा मस्जिद की पहली सीढ़ी तक पानी पहुंच पाएगा।
अलीगढ़ जामा मस्जिद का जिक्र अमिताभ बच्चन के कार्यक्रम कौन बनेगा करोड़पति में अभी हुआ है। अलीगढ़ की जामा मस्जिद को देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी पहचान बनाए हुए हैं। मस्जिदों की गुम्मदो को शहर के किसी भी कोने में खड़े होकर देखा जा सकता है। रमजान के महीने में नमाजी पांचों प्रहर की नमाज पढ़ने मस्जिद में आते हैं। जहां महिलाओं के लिए भी नमाज पढ़ने की व्यवस्था की हुई है। यह मस्जिद विश्व विख्यात होने की वजह से पर्यटक भी इसका दीदार करने आते हैं।
रिपोर्ट – संदीप मिश्रा
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