मगरमच्छ पकड़े जाने पर स्थानीय लोगों ने ली राहत की सांस
अलीगढ़ के नई बस्ती इलाके में पिछले कई सालों से पोखर में पल रहा मगरमच्छ स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ था। आए दिन इस मगरमच्छ को देख लेने के बाद लोग दहशत में आ जाया करते थे। बता दें कि बुधवार की सुबह यह मगरमच्छ पोखर से बाहर निकल कर बैठा हुआ था, आसपास के लोगों की नजर जब इस मगरमच्छ पर पड़ी तो लोगों ने वन विभाग को सूचना दी जिसके बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ का रेस्क्यू कर पकड़ लिया, तब जाकर स्थानीय लोगों ने राहत भरी सांस ली, स्थानीय लोगों का कहना था कि यह मगरमच्छ पोखर में पिछले कई वर्षों से पल रहा था, जिसके कारण इलाके में दहशत बनी हुई थी।
मगरमच्छ के बाहर आने से इलाके में दहशत
आए दिन यह मगरमच्छ पोखर से बाहर आ जाया करता था, इसको लेकर वन विभाग को कई बार लिखित में शिकायत पत्र दी गई थे, लेकिन अधिकारियों द्वारा कोई भी ठोस कदम नहीं उठाए गए, इधर जब यह मगरमच्छ बुधवार को पोखर के बाहर दिखाई दिया तो लोगों ने इसकी घेराबंदी कर वन विभाग को सूचना दे दी मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने इसका रेस्क्यू कर मौके से पकड़ लिया।
वन विभाग ने क्या कहा?
जीव जंतु विशेषज्ञ बताते कि इस तरह का मगरमच्छ चंबल घाटी मैं पाया जाता है,, हो सकता है कि यह बालू बदरपुर के ट्रक में कहीं आ गया है, इस मगरमच्छ को शायद किसी बालू बदरपुर के कारोबारी को पाए जाने के बाद घबराहट में यह इस पोखर में छोड़ दिया, तभी से यह मछलियों को खाकर पल रहा था, इससे यह बात साबित होती है कि पोखर से कुछ दूरी पर राजकीय औद्योगिक व कृषि प्रदर्शनी के मैदान में बारू और बदरपुर की मंडी लगती है, हो सकता है कि किसी ट्रक में आ गया हो। फिलहाल स्थानीय मगरमच्छ पकड़ जाने के बाद लोगों में खुशी का माहौल देखा जा रहा है अब लोगों की दहशत भी दूर हो चुकी है। बाइट -बंटी बाइट – राशिद खान अर्जुन देव वार्ष्णेय अलीगढ़
(अलीगढ़ से अर्जुन देव वार्ष्णेय की रिपोर्ट)
ये भी पढ़ें: युवक ने की बदसलूकी तो दारोगा ने दे डाली ठोकने की धमकी, वीडियो वायरल