UP: भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों ने भी मरीज से किया भेदभाव, गरीब का ठेले पर किया इलाज
Uttar Pradesh: देश में लोगों का इलाज करने में भी छुआ-छूत या अमीर-गरीब की भावनाएं रखी जाएंगी ये सोचना ही इंसानियत को कलंकित करता है। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के जौनपुर से आया है। जहां एक गरीब और बीमार मरीज का इलाज डॉक्टर ठेले पर कर रहा था। अस्पताल वालों ने इतनी इंसानियत भी नहीं दिखाई की पीड़ित को अंदर ही ले जाए। इस दौरान किसी ने मोबाइल से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होते ही स्वास्थ विभाग के हाथ पांव फूलने लगे।
यह है पूरा मामला
बता दें कि मछली शहर के कजियाना मोहल्ले के 55 वर्षीय कालिया पुत्र नटराज की 2 सितंबर को अचानक तबीयत बिगड़ जाने के कारण सांस फूलने लगी। कालिया अपने घर से शौच के लिए जा रहे थे तभी गड्ढे में गिर गए। यह देख उनका बेटा संतोष आनन-फानन में अपने पिता को ठेले पर लेटाकर मछली शहर स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचा। वहां डॉक्टर ने ठेले पर ही उसके पिता का इलाज करना शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद डॉक्टर आरके यादव ने देखा तो मरीज को निमोनिया था।
हैरत की बात तब सामने आई जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर द्वारा वृद्व बीमार मरीज को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। उसके बावजूद स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात जिम्मेदार स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मरीज के लिए 108 एम्बुलेंस नहीं बुलाई गई और ठेले पर ही बेटा अपने मरीज पिता को लेकर चल दिया।
ये भी पढ़ें: टीचर्स डे पर CM योगी का बड़ा तोहफा, दो लाख शिक्षकों को मिलेंगे टैबलेट