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BJP सांसद बृजभूषण सिंह पर अवैध खनन का आरोप, NGT ने दिए जांच के आदेश

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उत्तर प्रदेश के कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक बार फिर से उनके ऊपर अवैध खनन और ओवरलोडेड को ट्रकों को चलवाने का आरोप लगा है। जिसको लेकर के एनजीटी में शिकायत गई थी। एनजीटी ने शिकायत पर सुनवाई करते हुए अवैध खनन और 700 ट्रकों के संचालन पर रोक लगाते हुए बीजेपी सांसद के खिलाफ अवैध खनन और ओवरलोड ट्रक चलाने को लेकर जांच के आदेश दिए है। जिसको लेकर के एक संयुक्त कमेटी का भी एनजीटी ने गठन किया है। 7 नवंबर तक अवैध खनन वाले स्थान पर जाकर के जांच करके रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। अवैध रेत खनन, ओवरलोडेड ट्रकों को अवैध रूप से चलवाने के आरोपों की जांच के लिए संयुक्त कमेटी को आदेश दे दिया है। कमेटी में एमओईएफ, सीपीसीबी,राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन और यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को शामिल किया गया है जिसकी संयुक्त कमेटी कथित अवैध खनन और ओवरलोडेड ट्रकों के माध्यम से अवैध परिवहन के कारण पर्यावरणी क्षति की जांच करेगी। साथ ही एनजीटी ने पर्यावरण मंत्रालय, प्रदूषण अधिकारियों और डीएम गोंडा को संयुक्त जांच के आदेश दिए है।

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दरअसल 19 जुलाई को गोंडा के रहने वाले राजाराम सिंह ने एनजीटी में बीजेपी सांसद द्वारा किए जा रहे अवैध खनन और अवैध ट्रकों के अवैध संचालन को लेकर के शिकायत की थी कि गोंडा जिले के तरबगंज तहसील क्षेत्र अंतर्गत नवाबगंज थाना क्षेत्र के माझाराठ, जैतपुर माझा, कल्याणपुर और हरिवंशपुर गांव में अवैध खनन करके प्रतिदिन 700 ओवरलोडेड ट्रकों का संचालन किया जा रहा है। अवैध खनन, ओवरलोडेड ट्रकों के चलने से परिवहन, पर्यावरण को क्षति पहुंच रही है साथ ही पटपरगंज ब्रिज को नुकसान पहुंच रहे है। और यह अवैध खनन बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कराया जा रहा है याचिका पर सुनवाई करते हुए एनजीटी ने बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जांच के आदेश देते हुए अवैध खनन और करीब 700 ट्रकों के संचालन पर रोक लग दी है जिससे हड़कंप मचा हुआ है।

वहीं जब पूरे मामले को लेकर गोंडा जिला अधिकारी नेहा शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि अभी एक पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें एनजीटी ने तरबगंज तहसील क्षेत्र के माझाराठ औऱ 2-3 ग्राम पंचायतों के नाम का विशेष रूप से उल्लेख करके भेजा गया है, जिसमें कुछ अवैध खनन की गतिविधियों में जांच गठित हुई है। यह पूरा कटान वाला औऱ डूबता क्षेत्र है। अभी क्षेत्र जलमग्न है लेकिन पूर्व में भी इस तरीके की गतिविधियों का उल्लेख शिकायती पत्र में आए हैं। उसकी जांच हम लोग मौके पर टीम के साथ जाकर के कराएंगे। अभी मुझे व्हाट्सएप के माध्यम से एनजीटी के आदेश की कॉपी मिली है। जब मुझे ऑफिसियल रूप से पत्र प्राप्त हो जाएगा तब फिर मैं आपको पूरी जानकारी दे पाऊंगी।

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