Ayodhya: भव्य राम मंदिर निर्माण का कार्य लगभग पूर्ण
अयोध्या (Ayodhya) में भगवान राम लला का दिव्य का निर्माण कार्य हो रहा है। भगवान राम लला का मंदिर (Ram mandir) लगभग 70% कार्य पूरा हो चुका है। भगवान राम लला का मंदिर गर्भ ग्रह का आकार लेता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रथम तल का मंदिर का निर्माण कार्य अक्टूबर 2023 में पूरा हो जाएगा और भगवान राम लला अपने गर्भ ग्रह में जनवरी 2024 में मकर संक्रांति के दिन अपने मंदिर में विराजमान हो जाएंगे।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य की वर्तमान स्थिति
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) December 15, 2022
Present status of Mandir construction at Shri Ram Janmabhoomi pic.twitter.com/7rNFHk38fF
राम भक्तों के लिए यह मंदिर खोल दिया जाएगा राम भक्त अपने आराध्य प्रभु श्री राम का दिव्य भव्य मंदिर में दर्शन पूजन कर सकेंगे। अभी रोजाना लाखों की संख्या में राम भक्त भगवान राम लला का दर्शन पूजन करने अयोध्या आ रहे हैं और दर्शन पूजन कर रहे हैं और मंदिर के निर्माण कार्य को भी देख रहे हैं। राम जन्मभूमि परिसर में ही भगवान रामलला के साथ-साथ सभी देवी देवताओं के मंदिर बनेंगे जिसके लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पहले ही यह निर्णय ले चुका है।
परकोटे में भगवान सूर्य, भगवान शंकर, भगवान गणेश, हनुमान जी और अन्नपूर्णा माता का मंदिर बनाया जाएगा इसके साथ ही परकोटे के बाहर यानी दक्षिणी छोर पर महर्षि अगस्त्य, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि वशिष्ठ, माता शबरी, निषाद राज, जटायु और अहिल्या के मंदिर बनाए जाएंगे लेकिन बीते दिनों हुई बैठक में इस बात का निर्णय लिया गया है कि भगवान राम के मंदिर में वानर राज सुग्रीव को भी स्थान दिया जाए यह यूं कहा जाए कि अब श्रीराम जन्मभूमि परिसर में वानर राज सुग्रीव के भी दर्शन श्रद्धालु करेंगे।
भगवान राम लला का मंदिर अब दिव्य भव्य स्वरूप अब दिखाई देने लगा मंदिर को आकार देने के लिए स्तंभों को लगाया जा रहा है। रामलला के मंदिर को तीन मंजिला बनाया जाएगा और 20 फीट 1 मंजिल की ऊंचाई होगी और 161 कुल ऊंचाई होगी रामलला के मंदिर की 255 फीट मंदिर की चौड़ाई होगी।
साडे 350 फीट मंदिर की लंबाई होगी 392 मंदिर के पिलर होंगे और अब स्तंभों को आपस में जोड़ने का कार्य किया जा रहा है और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के द्वारा जारी की गई तस्वीर में साफ दिखाई दे रहा है कि स्तंभ लगने के बाद मंदिर का आकार स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
भगवान रामलला के मंदिर को इस तरह बनाया जा रहा है की रामनवमी के दिन भगवान रामलला के मस्तक को ललाटित करेगी सूर्य की किरण इस कारण से भगवान राम लाला की प्रतिमा को बनाने के लिए विशेषज्ञों की टीम लगाई गई है।
वही राम मंदिर परिसर में बनने वाले संग्रहालय में राम प्रसंगों की मूर्तियां भी स्थापित की जाएगी जिसे आने वाली दर्शनार्थी देख सकेंगे और भगवान श्री राम के पुत्रेष्टि यज्ञ से राज्य अभिषेक तक के प्रसंगों का अवलोकन कर सकेंगे जिन प्रतिमाओं को अब तेजी से बनाया जा रहा है। इन प्रतिमाओं को बनाने वाले मुख्य शिल्पी रंजीत मंडल बताते है कुल 125 प्रसंग है जिसमे से अभी 60 प्रसंग तैयार कर लिए गए अभी और प्रसंग बनाये जा रहे और रंजीत मंडल अपने आप यह कार्य करके बहुत ही सौभाग्यशाली मानते है।
रिपोर्ट: अकाश कुमार
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