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किसानों के लिए छलका अखिलेश यादव का दर्द, बोले- किसान कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा !

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UP: गेहूं किसानों और व्यापारियों के उत्पीड़न किए जाने को लेकर के सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव द्वारा गोंडा गल्ला व्यापारियों के पत्र को ट्वीट करके प्रदेश सरकार पर निशाना साधा गया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट करके आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार में गेहूं की तरह किसान भी पीसा जा रहा है। और गेहूं किसानों और व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है।

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सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव द्वारा किए गए ट्वीट के बाद गोंडा जिले में हड़कंप मचा हुआ है। गोंडा जिला अधिकारी नेहा शर्मा ने जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी को जांच करके पूरे मामले की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। वही जब गोंडा के पीड़ित गल्ला व्यापारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विगत 4 दिनों से गेट पास बंद कर दिया गया है और हम लोगों का शोषण किया जा रहा है। जिससे हम लोग प्रदेश के बाहर गेहूं को नहीं भेज पा रहे हैं। अगर गेहूं बाहर नहीं भेजा जाएगा तो गेहूं का मूल स्वत: काम हो जाएगा और सरकार द्वारा बिचौलियों और सरकारी कर्मचारियों की मिली भगत से अपने पौने दामों पर सरकारी केंद्रों पर तोर कर लिया जा रहा है। जिससे किसानों को उनके फसल गेहूं का उचित मूल्य नहीं प्राप्त हो रहा है।

दरअसल गोंडा के गल्ला व्यापारियों ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को कल एक पत्र भेज कर गोंडा में गेहूं किसानों और व्यापारियों के साथ किया जा रहे उत्पीड़न को लेकर के अवगत कराया था। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने गल्ला व्यापारी संघ के अध्यक्ष विकास जैन और व्यापारी मनीष अग्रवाल के पत्र का संज्ञान लेते हुए ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है। गल्ला व्यापारियों ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को पत्र भेज कर आरोप लगाया है। कि प्रदेश सरकार द्वारा गेहूं खरीद किसानों से 2275 के दर से की जा रही है और बाजार में मूल अधिक होने के कारण किसानों द्वारा गेहूं सरकारी केंद्रों पर न देकर व्यापारियों को बेचा जा रहा था इससे उनके उपज का अधिक मूल प्राप्त हो रहा था। लेकिन राज्य सरकार द्वारा किसानों का शोषण करने के लिए गेहूं को प्रदेश के बाहर भेजने पर अनाधिकृत रूप से रोक लगा करके मंडी का ऑनलाइन पोर्टल बंद कर दिया गया है। जिससे व्यापारी प्रदेश के बाहर गेहूं नहीं भेज पा रहे हैं और किसानों को उनके फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। जिससे व्यापारी, सहयोगी,कर्मचारी,मजदूर पल्लेदार भी परेशान है उनकी जीविका भी प्रभावित हो रही है।

वही गल्ला व्यापार संघ के अध्यक्ष विकास जैन ने बताया कि पिछले चार-पांच दिनों से प्रदेश के बाहर जो हम लोगों द्वारा गेहूं भेजा जा रहा था। उसका पास नहीं बन पा रहा है रोक लगा दिया गया है और मंडी का ऑनलाइन पोर्टल बंद कर दिया गया है। जिससे हम लोग बाहर अपना गेहूं नहीं भेज पा रहे हैं जिससे व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। और किसानों को उनके फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है जिससे व्यापारी, कर्मचारी, मजदूर और पल्लेदार सब परेशान है।

वही बड़े गल्ला व्यापारी मनीष अग्रवाल ने बताया कि मंडी का ऑनलाइन पोर्टल बंद कर देने से हम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि हमारे यहां काफी संख्या में कर्मचारी मजदूर और पल्लेदार काम करते हैं अगर हम लोगों का गेहूं बाहर नहीं जाएगा। तो हम लोग कैसे उनका मजदूरी देंगे और हम लोगों का शोषण किया जा रहा है। क्योंकि जब गेहूं बाहर जाएगा तभी बाजार का मूल्य होगा और किसान सरकारी केंद्रों पर गेहूं इसलिए नहीं बिक्री कर रहे हैं। क्योंकि उनको हम लोगों द्वारा ज्यादा दाम दिया जा रहा है। इसीलिए हम लोगों को परेशान करने के लिए यह सब किया गया है। हम लोगों ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव सहित कई लोगों को पत्र लिख करके अपनी बात कही थी।

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