नौकरी के मुद्दे पर सूबे में भ्रम फैला रहे तेजस्वी यादव- उमेश कुशवाहा
Umesh on Employment in Bihar: बिहार जनता दल (यू) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरोप लगाया कि पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव नौकरी के मुद्दे पर सूबे की जनता में झूठ और भ्रम फैला रहे हैं। जबकि युवाओं को नौकरी देने में उनकी कहीं कोई भूमिका नहीं थी। राजद के तत्कालीन शिक्षा मंत्री अपने जिम्मेदारियों के प्रति कितने सजग और संवेदनशील थे यह बात भी जगजाहिर है।
‘लालू-राबड़ी के कार्यकाल में सिर्फ 33499 शिक्षकों की बहाली’
उमेश सिंह कुशवाहा ने बताया कि लालू-राबड़ी के 15 साल में सिर्फ 33 हजार 499 शिक्षकों की बहाली हुई थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विगत 18 वर्षों के शासन में 5 लाख 61 हजार शिक्षकों की नियुक्ति हुई है और यह प्रक्रिया आगे भी निरंतर चल रही है। अपने शासनकाल की चर्चा करने का साहस राजद के पास नहीं है लेकिन जनता सबका हिसाब और सब कुछ याद रखती है।
‘माता पिता के कार्यकाल का लेखा-जोखा दें तेजस्वी’
साथ ही उन्होंने कहा कि बेहतर होता अगर तेजस्वी प्रसाद यादव अपने माता-पिता के कार्यकाल में हुए बहाली का लेखा-जोखा भी बिहार की जनता के समक्ष रखने की हिम्मत जुटा पाते। झूठ और दुष्प्रचार के सहारे ही राजद अब तक अपनी राजनीतिक गाड़ी को खींच रही है। इसके अलावे राजद के पास दूसरा कोई राजनतिक हथियार नहीं है।
‘बिहार की जनता नहीं बनेगी भ्रम का शिकार’
उन्होंने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव को इस गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए कि बिहार की जनता उनके भ्रम और दुष्प्रचार का शिकार बनेगी। आज पूरा प्रदेश ‘‘रोजगार मतलब नीतीश कुमार’’ के नारे लगा रहा है। उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि जनता की होशियारी के आगे विपक्ष का नापाक मंसूबा कभी सफल नहीं होगा।
रिपोर्टः सुजीत श्रीवास्तव, ब्यूरोचीफ, बिहार
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