दिल्ली एम्स के डॉक्टर्स करें पोस्टमार्टम, प्रदेश सरकार पर भरोसा नहीं- उमर अंसारी
Umar Ansari demands: गुरुवार को उल्टी और बेहोशी की शिकायत के बाद रात तकरीबन 8:25 बजे मुख्तार अंसारी को बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. 9 डॉक्टरों की टीम ने उनका इलाज शुरू किया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. अब मुख्तार अंसारी के शव का पोस्टमार्टम हो चुका है. पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू है. सुरक्षा के व्यापक इंतजाम हैं. वहीं राजनीतिक बयानबाजी भी चरम पर है. अब उनके बेटे उमर अंसारी ने भी इस संबंध में अपनी बात रखी है. वहीं उनकी मौत की ख़बर के बाद उनके घर के बाहर काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी.
उमर अंसारी ने की यह मांग
उमर अंसारी ने कहा कि पोस्टमार्टम दिल्ली एम्स के डॉक्टर्स द्वारा किया जाना चाहिए. हमें सरकार और यहां की चिकित्सा प्रणाली पर भरोसा नहीं है. पंचनामा हो चुका है. डीएम को फैसला लेना है. उमर ने कहा कि हमारे संदेह के आधार पर कोर्ट हमारी मदद करेगा. हमको भरोसा है कि यह सुनियोजित हत्या है.
जनाजे में नहीं आ पाएगा अब्बास अंसारी
वहीं मुख्तार के जनाजे में उनका बेटा अब्बास अंसारी नहीं आ पाएगा. मुख्तार परिवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली. अंसारी परिवार जेल में बंद विधायक बेटे अब्बास अंसारी को उनके जनाजे में शामिल कराना चाहता था. इसके लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट में एमपी-एमएलए से जुड़े मामलों की सुनवाई वाली जस्टिस संजय कुमार सिंह की बेंच में अर्जी लगानी थी. यह बेंच शुक्रवार नहीं बैठी. इसके मुकदमे जस्टिस समित गोपाल की बेंच में ट्रांसफर किए गए. जस्टिस समित गोपाल की बेंच ने दूसरी बेंच से आए किसी भी मुकदमे को सुनने से इनकार कर दिया. अंसारी परिवार अब सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल करने की तैयारी में है.
मायवती ने किया यह ट्वीट
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने एक्स हैंडल पर ट्वीट किया कि मुख़्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जाँच जरूरी. ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। ऐसे में उनके परिवार का दुःखी होना स्वाभाविक। कुदरत उन्हें इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।
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