
कान्हा की नगरी में कृष्ण जन्मोत्सव पर तकरीबन 20 लाख तक श्रद्धालुओं के जुटने का अनुमान है। ऐसे में व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए शासन-प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी। बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन ने भक्तों को असुविधा से बचाने के लिए एडवाइजरी (Advisory) जारी की है। लेकिन फिलहाल मंगला आरती के लाइव दर्शन को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है।
वृंदावन में भी चरम पर होगा आस्था का उल्लास
जन्माष्टमी के उत्सव पर न सिर्फ मथुरा बल्कि वृंदावन की ओर भी भक्ति के कदम बरबस बढ़ेंगे। ऐसे में वहां के प्रमुख बांके बिहारी मंदिर के साथ-साथ टटिया स्थान, प्रेम मंदिर, राधा दामोदरदास मंदिर, रंग जी मंदिर और निधिवन आदि मंदिरों में आस्था का उल्लास चरम पर होगा। यहां व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने के लिए प्रशासन के साथ-साथ मंदिर प्रबंधन ने भी कमर कस ली है।
मंदिर प्रबंधन से जारी एडवाइजरी
बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन की एडवाइजरी के अनुसार परेशानियों से बचने के लिए श्रद्धालु निर्धारित प्रवेश और निकास द्वारों का ही इस्तेमाल करें। बच्चे, बुजुर्ग, दिव्यांग और मरीजों को साथ न लाएं। अपने साथ कीमती सामान और बैग आदि लाने से बचें। जूते और चप्पल आदि निर्धारित स्थानों पर उतारें। जेबकतरों से अपने मोबाइल, नकदी आदि बचाने के लिए सतर्कता बरतें। परिजनों की जेब में अपने पते और मोबाइल नंबर की पर्ची रखें ताकि बिछड़ने की स्थिति में यथा स्थान पहुंचना सहज हो सके। बांके बिहारी पुलिस चौकी पर खोया पाया केंद्र की व्यवस्था की गई है। अत्यधिक भीड़ से बचने का प्रयास करें।
रात 12 बजे होगा महाभिषेक
बांके बिहारी मंदिर सुबह शाम अपने निर्धारित समय पर खुलेगा। रात 12 बजे महाभिषेक के बाद रात 1:45 मिनट पर मंदिर के पट दर्शनों के लिए खुलेंगे। साल में एक बार होने वाली मंगला आरती रात 1:55 पर होगी। सुबह 5 बजकर 30 मिनट तक श्रद्धालु ठाकुर जी के दर्शन कर सकेंगे।
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