पंजाब में वैक्सीनेशन के बाद कोरोना की रफ्तार थमी, एक्टिव केस में 95% की कमी, हर रोज औसतन 8 लाख लोगों को लगा टीका
चंडीगढ़:पंजाब में तेजी से हो रहे वैक्सीनेशन ने कोरोना की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। एक अध्ययन में सामने आया है कि वैक्सीनेशन के बाद पंजाब में कोरोना के एक्टिव केस में अप्रत्याशित कमी आयी है।
स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के पूर्व प्रमुख डॉ. राजेश कुमार का अध्ययन
पी.जी.आई. के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के पूर्व प्रमुख डॉ. राजेश कुमार ने कोरोना वैक्सीन को लेकर ये अध्ययन किया है। जिसमें निष्कर्ष निकाला गया है कि वैक्सीनेशन के बाद पंजाब में कोरोना के पॉजिटिव मामलों में 95 फीसदी की कमी देखी गई है। इसके अलावा हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले मरीजों की दर में 96 फीसद और कोरोना से होने वाली मृत्यु दर में 98 फीसद की कमी आयी है।
- मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दिया अध्ययन का हवाला
- प्रदेश में अब तक 11 फीसद आबादी को लग चुकी हैं दो डोज
कैप्टन ने सभी से की है वैक्सीन लगवाने की अपील
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने डॉ. राजेश कुमार के अध्ययन का हवाला देते हुए कहा कि वैक्सीन ही कोरोना से बचाव का एकमात्र हथियार है इसलिए वैक्सीन को लेकर कोई संदेह या शंका नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लोगों से अपील की है कि जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है वो जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाएं।
प्रतिदिन औसतन 8 लाख लोगों को लगी वैक्सीन
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की तकरीबन 40 प्रतिशत आबादी यानी कि लगभग 80 लाख लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। जबकि राज्य की लगभग 11 फीसद आबादी यानी कि तकरीबन 24 लाख लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं। इस हिसाब से देखा जाए तो हर रोज औसतन 8 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई है।
राज्य में 2 करोड़ से ज्यादा जनसंख्या वैक्सीन योग्य
गौरतलब है कि पंजाब में 2,16,03,083 जनसंख्या ऐसी है जो वैक्सीन के लिए योग्य है। पंजाब सरकार सभी के वैक्सीनेशन के लिए पूरी जी जान से जुटी हुई है। सरकार की मेहनत रंग भी ला रही है और पंजाब में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या तेजी से घट रही है।