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Himachal: सड़कों पर उतरे हजारों डॉक्टर, बोले- भगवान का दूसरा रूप कहलाए जाने के बावजूद लड़ रहे हक की लड़ाई

himachal doctors strike against government
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Himachal Doctors Strike: हिमाचल प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत करीब 2800 डॉक्टर्स सड़कों पर उतर आए हैं। वे अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ हड़ताल (Himachal Doctors Strike) कर रहे हैं। गुरुवार (7 फरवरी) को प्रदेश भर के डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया है। डॉक्टरों ने सरकार पर कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने क्या आरोप लगाए, इसके लिए पूरी ख़बर पढ़ें।

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Himachal Doctors Strike: सरकार पर लगाए डॉक्टरों ने आरोप

हड़ताल कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि वे पिछले लंबे समय से अपनी समस्या हल करवाने के लिए कोशिश कर रहे हैं लेकिन, सरकार उनकी मांगों को नहीं सुन रही है। डॉक्टरो का आरोप है की धरती पर डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है, लेकिन बड़े दुख की बात है कि आज यह भगवान अपनी मांगों के लिए सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं।

स्वास्थ्य सेवाएं हुई प्रभावित

आज हजारों डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से प्रदेश भर में स्वास्थ्य सेवाएं काफी प्रभावित हुई है। मरीजों को दिनभर इलाज को लेकर परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है। ओपीडी पूरी तरह से बंद है लेकिन इमरजेंसी सेवाओं के लिए कुछ डॉक्टर ड्यूटी दे रहे हैं ताकि गंभीर मरीज का इलाज हो सके। डॉक्टरों ने कहा कि गुरुवार को सभी डॉक्टर सामूहिक अवकाश लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि इससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है लेकिन यह सब उन्हें मजबूरी में करना पड़ रहा है।

क्या है डॉक्टरों की मांग?

हिमाचल प्रदेश मेडिकल एसोसिएशन हमीरपुर के प्रधान डॉक्टर सुरेंद्र सिंह और महासचिव डॉक्टर वेंकटेश्वर का कहना है कि उनकी पिछले काफी समय से कई मांगे लंबित पड़ी हुई है, लेकिन सरकार उनका हल नहीं निकल रही है। जिसकी वजह से मजबूर उन्हें सामूहिक अवकाश लेकर सड़कों पर उतरना पड़ा है।

उनका कहना है कि उनकी प्रमुख मांगों में एनपीए, अन्य विभागों के लोगों को स्वास्थ्य विभाग में प्रोग्राम ऑफिसर लगाना, प्रमोशन सेवा विस्तार और एशियाड टीम में जिसमें एड्स कंट्रोल कमेटी में स्थाई पद पर डॉक्टरों की नियुक्ति न करना प्रमुखता शामिल है। डॉक्टरो का कहना है कि आज सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करने के लिए सरकार ने उन्हें मजबूर किया है और सरकार ही इसके लिए जिम्मेदार है। डॉक्टर वर्ग सरकार से इसे लेकर खास नाराज है।

रिपोर्ट: अनिल शर्मा हमीरपुर

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