
महाराष्ट्र में सियासी संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार को पार्टी के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। वहीं महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बन गए हैं। वहीं अब शरद पवार भी नए-नए दाव चल रहे हैं। आपको बता दें कि शरद पवार ने आज यानी गुरुवार (6 जुलाई) को दिल्ली स्थित आवास पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इस बैठक में देश के अलग-अलग हिस्सों से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। महाराष्ट्र में पार्टी के टूटने के बाद शरद पवार इस बैठक के जरिए एनसीपी के नेताओं को एकजुट करने की कोशिश करेंगे।
अजित पवार ने दिखाई पावर
दरअसल इस वक्त एनसीपी दो गुटों में बट गई है। अजित पवार की बगावत के पार्टी के दो फाड़ हो गए हैं। इस राजनीतिक जंग में भतीजे अजित पवार चाचा शरद पवार पर भारी पड़ते दिख रहे हैं क्योंकि अजित पवार के पास ज्यादा विधायकों का समर्थन है। बता दें कि बुधवार को मुंबई में दोनों ही गुटों ने बैठक बुलाई। इस बैठक को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर भी देखा गया, जिसमें शरद पवार पीछे दिखे। इस बैठक में जहां एक तरफ अजित पवार की बैठक में एनसीपी के 35 विधायकों और पांच एमएलसी के शामिल होने का दावा किया गया। वहीं, शरद पवार गुट की बैठक में 13 विधायक शामिल हुए।
ये विधायक हैं शरद पवार के साथ
जिन विधायकों ने एनसीपी चीफ का साथ देने की बात कही है, उनमें सुनील भुसारा, मनोहर अंबिकापुरे, संदीप क्षीरसागर, जयंत पाटील, सुमन आर आर पाटील, राजेश टोपे, प्राजक्त तनपुरे, किरण लहामाटे, अशोक पवार, रोहीत पवार, राजेंद्र शिंगणे, अनिल देशमुख, जितेंद्र आव्हाड, चेतन तुपे, बालासाहेब पाटील, मकरंद पाटील, मानसिंह नाइक और निर्दलीय विधायक देवेंद्र भुयार शामिल हैं।
इसके अलावा तीन एमएलसी और 6 सांसद भी शरद पवार गुट के साथ हैं। एमएलसी बाबाजानी दुर्रानी, शशिकांत शिंदे, एकनाथ खड़से और सांसद सुप्रिया सुले, अमोल कोल्हे, श्रीनिवास पाटील, राज्यसभा सांसद शरद पवार, फौजिया खान, वंदना चव्हाण शामिल हैं।