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दिल्ली के इस पार्क में क्या है खास जहां हर विदेशी मेहमान जाने को है आतुर

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G-20 Summit 2023: आज से यानी 8 सितंबर से दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो चुकी है। सड़कों से लेकर इमारतों तक, और सेंटर से लेकर पार्क तक हर एक चीज को बड़ी ही खूबसूरती के साथ सजाया गया है। इसी लिस्ट में एक पार्क भी है, जिसका सौंदर्यीकरण काफी सोच समझकर किया गया है। हम बात कर रहे हैं वेस्ट टू वंडर पार्क की, जहां की मूर्तियों को कचड़े से तैयार किया गया है।

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बता दें, दिल्ली आने वाले विदेशी मेहमान भी इस जगह को जरूर देखकर जाएंगे। इसे वन अर्थ, वन फैमिली वन फ्यूचर की थीम पर तैयार किया गया है। चलिए आपको इस पार्क के बारे में बताते हैं।

G20 शिखर सम्मेलन को यादगार बनाने के लिए दिल्ली में एक पार्क का निर्माण किया गया है, इसे वन अर्थ, वन फैमिली वन फ्यूचर की थीम के साथ तैयार किया है। इसमें जी20 में शामिल हर देश को दर्शाया जाएगा। शिखर सम्मेलन में शामिल हर देश के राष्ट्रीय पशु और पक्षी को इस पार्क में स्थापित किया गया है। बता दें, इन सभी मूर्तियों को वेस्ट टू वंडर के तहत तैयार किया गया है।

क्या खास है पार्क में
वेस्ट टू वंडर पार्क में हरियाली और सुंदरता के साथ के कई तरह की सुविधाएं भी दी जाएंगी। साथ ही फिलहाल पार्क में जानवरों की मूर्तियों के साथ उनके नाम और देश के बारे में भी लिखने का काम किया जाएगा। इन चीजों से लोग आसानी से समझ सकेंगे कि जी-20 में किस किस देश ने हिस्सा लिया था, साथ ही उनके राष्ट्र पशु और पक्षी कौन से हैं।

कबाड़ से बनाई जाएंगी मूर्तियां
जी20 पार्क में बनाई गई मूर्तियां कबाड़ से बनाई गई हैं, जो देखने में आपको ऐसी लगेगी जैसे सजीव खड़ी हुई हैं। इसके लिए देश के 18 राज्यों के 25 कलाकारों ने काम किया है और उन्होंने स्क्रैप मैटेरियल से इन मूर्तियों को बनाया है। बता दें, इनकी ऊंचाई 5 से 7 फीट और 4 से 5 फीट है।

कौन-कौन से जानवर और पक्षी हैं?
पार्क में लगाए गए पक्षियों और जानवरों में भारतीय मोर, अमेरिकी बाइसन, ब्राजीलियाई जगुआर, चीन से लाल मुकुट वाली क्रेन, सऊदी अरब ऊंट, कोरियाई मैगपाई, ऑस्ट्रेलियाई एमु, कनाडाई ग्रे जे, रूसी भूरा भालू और मैक्सिकन गोल्डन ईगल शामिल हैं। बता दें, G20 में यूरोपीय संघ और 19 देश शामिल हैं।

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