NDA से हाथ मिलाने की खबरों पर शरद पवार ने पीएम पर किया बड़ा हमला
एनडीए के साथ हाथ मिलाने की अटकलों के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना रुख साफ किया है. उन्होंने मणिपुर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी को लेकर उन पर तीखा हमला बोला. शरद ने कहा कि जब पूर्वोत्तर राज्य जल रहा था तो पीएम मूक दर्शक बने हुए थे. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को चुनावी रैली में जाना ज्यादा जरूरी लगता है, लेकिन वह सभी को मनाने के लिए मणिपुर नहीं जाते.
शरद पवार ने कहा, ‘मणिपुर में स्थिति चिंताजनक है. हम चाहते थे कि पीएम एक बार पूर्वोत्तर का दौरा करें और वहां के लोगों के बीच विश्वास पैदा करें, लेकिन यह प्रधानमंत्री के लिए महत्वपूर्ण नहीं लगा.’
हमला जारी रखते हुए शरद पवार ने कहा कि देश की सत्ता भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगियों के हाथ में है. उनकी भूमिका समाज में एकता बनाए रखने की है, लेकिन वे लोगों को बांट रहे हैं. ऐसे कई उदाहरण हैं कि कैसे उन्होंने (भाजपा) राज्य सरकारों को गिराया – जैसे गोवा, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में यह साफ देखने को मिला. महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार गिरने के बाद क्या हुआ, यह सभी ने देखा है.
शरद पवार ने कहा कि चुनाव चिन्ह के मामले में जो उद्धव ठाकरे के साथ हुआ वो हमारे साथ भी हो सकता है. केंद्र सरकार की कुछ शक्तियां सत्ता का दुरुपयोग कर सकती हैं. इसलिए हमारे प्रतीक चिन्ह के साथ भी कुछ ऐसा ही हो सकता है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि चुनाव आयोग स्वयं निर्णय लेता है, लेकिन केंद्र सरकार के भीतर की ताकतें उस निर्णय को प्रभावित कर सकती हैं. हालांकि मुझे चुनाव चिन्ह की ज्यादा परवाह नहीं है, मैंने 14 चुनाव लड़े हैं और हर बार नए चुनाव चिन्ह के साथ.. हर बार जीत हासिल हुई. केंद्र में सत्ता में बैठे लोग सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं.
छत्रपति संभाजी नगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में शरद पवार ने कहा कि पिछले 8-10 दिनों से, मैं पूरे महाराष्ट्र में पार्टी कार्यकर्ताओं से मिल रहा हूं. दो दिन पहले सोलापुर के सांगोला इलाके में, कम से कम 1000 लोगों ने विभिन्न स्थानों पर मेरी कार रोकी. पुणे, सतारा और अन्य स्थानों पर कई पार्टी कार्यकर्ता आए.