Advertisement
Delhi NCR

गठबंधन का नाम ‘भारत’ रख लिया तो देश का BJP रख देंगे? –अरविंद केजरीवाल

Share
Advertisement

चर्चा है कि केंद्र सरकार संसद के विशेष सत्र में देश का नाम बदलने का प्रस्ताव लाने जा रही है। इस संबंध में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि क्या ये लोग इंडिया गठबंधन से इतना बौखला गए हैं कि देश का नाम तक बदल देंगे? कल को अगर हमने अपने गठबंधन का नाम बदल कर “भारत” रख लिया तो क्या ये “भारत” नाम भी बदल देंगे? इतना पुराना हमारा देश है, उसका नाम इसलिए बदला जा रहा है, क्योंकि इंडिया एलाइंस बन गया है और भाजपा को लगता है कि उनके वोट कम हो जाएंगेे। यह तो देश के साथ गद्दारी है। उन्होने प्रश्न किया कि कल को अगर इंडिया एलायंस ने अपना नाम ‘‘भारत’’ रख लिया तो क्या ये देश का नाम बीजेपी कर देंगे?

Advertisement

मंगलवार को प्रेस वार्ता के दौरान संसद के विशेष सत्र में इंडिया का नाम भारत किए जाने को लेकर प्रस्ताव लाने जाने की संभावना पर मीडिया द्वारा पूछे गए प्रश्नों का जवाब देते हुए ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस बारे में मेरे पास कोई आधिकारिक सूचना नहीं है। लेकिन ऐसी उड़ती हुई बातें सुनी है। कहा जा रहा है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि कई सारी पार्टियों का एक गठबंधन बना है, जिसका नाम इंडिया है। अगर किसी पार्टियों का गठबंधन इंडिया बन जाता है तो क्या ये देश का नाम बदल देंगे। देश तो 140 करोड़ लोगों का है, किसी एक पार्टी का देश नहीं है। अगर कल को इंडिया ने अपना नाम बदल कर भारत रख लिया, तो फिर भारत का नाम बदल कर बीजेपी रखेंगे। अगर इंडिया गठबंधन ने कल एक बैठक करके अपना नाम बदल कर भारत रख देंगे तो क्या ये भारत का नाम बदल देंगे। ये क्या मजाक है। हजारों साल पुराना भारत देश है और हमारी बहुत पुरानी संस्कृति है। देश का नाम केवल इसलिए बदला जा रहा है, क्योंकि इंडिया गठबंधन बन गया है। भाजपा को लग रहा है कि इंडिया गठबंधन बनने के बाद इनके वोट कम हो जाएंगे, इसलिए भारत का नाम बदल दो। यह तो देश के साथ गद्दारी है। इन लोगों का इंडिया गठबंधन के लिए जो प्रतिक्रिया है, उससे लगता है कि ये बहुत ज्यादा बौखलाए हुए हैं।

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिस दिन इंडिया गठबंधन की बैठक हुई, उस दिन इन्होंने देश का ध्यान भटकाने के लिए ‘‘वन नेशन-वन इलेक्शन का एक सिगुफा छोड़ दिया। ये ‘‘वन नेशन-वन इलेक्शन कैसे कर सकते हैं। वन नेशन वन इलेक्शन से जनता को क्या फायदा है। क्या वन नेशन वन इलेक्शन से महंगाई और बेरोजगारी कम हो जाएगी। वन नेशन-वन इलेक्शन का सिर्फ एक ही फायदा है कि अभी इनको हर छह-छह महीने में जनता के बीच जाना पड़ता है और जनता को बताने के लिए इनको कुछ काम करना पड़ता है। वन नेशन वन इलेक्शन होने के बाद ये पांच साल में ही एक बार अपनी शक्ल दिखाएंगे और पांच साल पूरी दुनिया में घुमेंगे। मैं चुनौती देता हूं कि अगर वन नेशन-वन इलेक्शन हो गया तो अगले चुनाव से पहले 5 हजार रुपए का एक सिलेंडर मिलेगा। ये 5 हजार रुपए का एक सिलेंडर करके उसमें 200 रुपए कम कर देंगे। सच्चाई ये है कि ये पांच साल काम ही नहीं करना चाहते हैं। सिर्फ मटरगश्ती करना चाहते हैं।

उधर, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह और ‘आप’ की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर भाजपा और मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि मोदी सरकार संविधान से इंडिया शब्द को हटाना चाहती है। इसकी शुरुआत आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने की। इंडिया शब्द को हटाकर अब सिर्फ भारत शब्द का इस्तेमाल करेंगे। उसके बाद मोदी सरकार द्वारा यह खबर प्रायोजित की जा रही है कि संविधान से इंडिया शब्द को गायब कर दिया जाएगा। ये बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर से इतनी नफरत क्यों करते हैं?

राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस ने हमेशा नफरत फैलाने का काम किया लेकिन डॉ. अंबेडकर ने वंचित समाज से उठकर देश का संविधान लिखा। इस बात की कुंठा आरएसएस और बीजेपी के मन में है। वह इस बात से परेशान रहते हैं कि बाबा साहब को कैसे अपमानित किया जाए और उनके द्वारा लिखे गए संविधान को कैसे बदला जाए। संविधान की पहली धारा में “इंडिया शेल बी यूनिनियन ऑफ स्टेट” लिखा हुआ है। यह लोग डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखे गए संविधान की पहली धारा को बदलकर अपनी नफरत का प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे वह अपनी घृणा और मानसिकता का प्रदर्शन कर रहे हैं। बाबा साहब के संविधान को और उनके द्वारा लिखी गई पहली धारा को बदलने की कोशिश न करें। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, आईआईएम, इसरो, एम्स आदि तमाम संस्थाओं में इंडिया शब्द है। कहां-कहां से इंडिया शब्द को हटाओगे?

उन्होंने कहा कि जहां तक इंडिया गठबंधन का सवाल है, हमने कहा है कि “जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया। इसके बाद से मोदी जी इतना घबराए हुए हैं कि वह संविधान से ही इंडिया शब्द को हटा रहे हैं। भारतीय नोटों पर रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया लिखा हुआ है और उसके नीचे ‘गारंटीड बाय सेंट्रल गवर्नमेंट’ लिखा हुआ है। यानी, अगर इंडिया को बदलकर भारत कर दिया जाएगा तो यह नोट फिर नहीं चलेगी। मोदी जी क्या आप देश में तीसरी नोटबंदी लागू करना चाह रहे हैं? क्या फिर से लोग लाइनों में खड़े होंगे?

देश से जुड़े मुद्दों का जिक्र करते हुए राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि आपकी मानसिकता कैसी है? नौजवानों को 2 करोड़ रोजगार देना है, किसानों की फसल का दाम दोगुना करना है तो वह आपसे हो नहीं रहा है। महंगाई कम करनी है तो डीजल, पेट्रोल, सरसों तेल, गैस सिलेंडर, किडनी कैंसर का इलाज, सभी दवाइयों का दाम बढ़ाते जा रहे हो। कहा था कि 15 अगस्त 2022 तक सबको पक्का मकान देंगे, वह भी नहीं हुआ। आपने कहा कि हर खाते में 15 लाख रुपए दोगे, वह भी नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि मणिपुर की डबल इंजन की सरकार में दंगा हो जाए, दिल्ली में दंगा हो जाए, मेवाड़ में दंगा हो जाए। किस तरह से नफरत फैलाई जाए, इस बात की चिंता आपको सताती रहती है। मोदी सरकार का जो नापाक इरादा है, हम लोग इसका विरोध करेंगे। बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर का अपमान, भारत के संविधान का अपमान है। इस देश की जनता इस देश के दलित आदिवासी, वंचित समाज के लोग, जिनकी आस्था बाबा साहब में है, वो बिल्कुल इस बात को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

वहीं, ‘‘आप’’ की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि आरएसएस और भाजपा की शुरू से ही दलित विरोधी मानसिकता रही है। 2010 में भी एक बयान में यह देखने को मिला था, जब प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि बाबा साहब अंबेडकर क्रांतिकारी नहीं थे। उन्होंने यह भी कहा था कि दलित लोग मंदबुद्धि होते हैं। आज इतने सालों बाद आरएसएस मुख्यालय से एक आदेश पारित किया जाता है। जिन्होंने 52 साल तक तिरंगा नहीं फहराया, जिन्होंने आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं किया, उनके निर्देश का पालन करने के लिए मोदी जी इतने आतुर हो रहे हैं।

प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि क्या इससे बेरोजगारी कम होगी या महंगाई कम होगी? क्या आपकी मंशा फिर से लोगों को तंग करने की है? क्योंकि आप इंडिया गठबंधन से इतना घबरा गए हैं कि आप फिर से लोगों को पासपोर्ट, वोटर आईडी, नोट बदलवाने के लिए लाइन में खड़ा करने के लिए तैयार हैं। यह निश्चित तौर पर बहुत ही गंभीर मुद्दा है। संविधान के साथ इतनी आसानी से छेड़छाड़ करना बिल्कुल सही नहीं है और हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।

ये भी पढ़ें: Uttarakhand: सत्र के पहले दिन स्व.चंदन रामदास को दी गई श्रद्धांजलि, 26 अप्रैल को हुआ था कैबिनेट मंत्री का निधन

Recent Posts

Advertisement

झारखंडः कांग्रेस नेता और मंत्री आलमगीर की गिरफ्तारी पर शुरू हुई राजनीतिक बयानबाजी

ED arrest Aalamgir: केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने झारखंड सरकार के मंत्री और कांग्रेस नेता…

May 15, 2024

पूर्व सांसद महाबल मिश्रा ने लोगों से कहा… करेंगे समस्याओं का समाधान, मिला समर्थन

Meeting with Public: पश्चिमी दिल्ली लोकसभा से इंडी गठबंधन के प्रत्याशी और पूर्व सांसद महाबल…

May 15, 2024

यूपीए सरकार ने अल्पसंख्यक वोट के डर से बम धमाकों का विरोध भी नहीं किया- गृहमंत्री अमित शाह

Amit Shah interview: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बालाकोट और पुलवामा के मुद्दे दोबारा…

May 15, 2024

गर्मी के मौसम में रहना चाहते हैं हेल्दी, तो इस फूड आइटम्स से बनाएं दूरी

Foods to Avoid Summer: गर्मियों में मौसम में हेल्दी रहने के लिए सबसे आवश्यक है…

May 15, 2024

‘वोट देकर आओ, डिस्काउंट लेकर जाओ’, दिल्ली के वोटर्स के लिए CTI की जबरदस्त पहल

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में चार चरणों के मतदान हो चुके हैं।…

May 15, 2024

इस चुनावी महाभारत में ‘दुर्योधन’ और ‘दुशासन’ के खिलाफ कृष्ण की भूमिका में पीएम मोदीः सीएम योगी

CM Yogi Jalaun: 15 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जालौन लोकसभा क्षेत्र के उरई…

May 15, 2024

This website uses cookies.