Advertisement

AAP प्रवक्ता रीना गुप्ता ने जेपी नड्डा से की गौरव भाटिया की शिकायत, लगाया ये आरोप

Share
Advertisement

आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता रीना गुप्ता ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखा है। रीना गुप्ता ने टीवी चैनल की डिबेट के दौरान भाजपा के प्रवक्ता पर आपत्तिजनक व्यवहार करने का आरोप लगाया है। रीना गुप्ता ने जेपी नड्डा को लिखा पत्र सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है।

Advertisement

रीना गुप्ता ने अपने पत्र में लिखा है कि मैं आपको सूचित करना चाहती हूँ कि 6 सितंबर 2023 को एक गंभीर मुद्दे पर चर्चा के लिए TV चैनल पर आम आदमी पार्टी का पक्ष रखने के लिए मुझे आमंत्रित किया था। उस चर्चा में भाजपा का पक्ष रखने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया जी शामिल हुए थे। मेरा मानना है कि एक प्रवक्ता जब टीवी पर अपनी बात रखने आता है तो वह उस राजनीतिक पार्टी के संस्कार का भी प्रतिबिम्ब होता है। मैं जिस घटना को आपके समक्ष लाना चाहती हूँ वो एक गंभीर मुद्दा है, आपके राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गौरव भाटिया, जो पेशे से वरिष्ठ वकील भी हैं, उनके द्वारा डिबेट के दौरान मेरे लिए इन शब्दों का प्रयोग किया “जब मैं इनको छेड़ेंगा”। जिस देश में महिला को दुर्गा का रूप माना जाता है और उसकी उपसना की जाती है, क्या उसके खिलाफ लाइव टीवी पर इस तरह का आपत्तिजनक व्यवहार करना उचित है? मैं आपसे इस बात का जवाब चाहती हूँ की क्या भाजपा सार्वजनिक मंच से महिलाओं पर छींटाकशी का समर्थन करती हैं ?

उन्होंने कहा है कि भाजपा सिर्फ एक राष्ट्रीय पार्टी ही नहीं है बल्कि आज भाजपा की केंद्र में सरकार भी हैं, इस नाते भाजपा अपने आप को कैसे दर्शाती है ये और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है। जब मैंने गौरव भाटिया जी की बात पर आपत्ति जताई तो उन्होंने कहा कि “इसमें गलत क्या है”। आप खुद सोचिए गौरव भाटिया जी किस तरह की सोच को देशवासियों के सामने प्रस्तुत कर रहे हैं कि माफ़ी माँगना तो दूर की बात उनको अपनी कही हुई बात में कुछ गलत नहीं लगा।

रीना गुप्ता ने पत्र में आगे कहा है कि ये पहली बार नहीं हैं जब गौरव भाटिया जी ने भाजपा की छवि बिगाड़ने का प्रयास किया हो। आमतौर पर भी वह विपक्ष के प्रवक्ताओं के खिलाफ अश्लील और अपमानजनक भाषा का प्रयोग करते हैं, जिससे टीवी चैनलों पर एक गलत पद्दती स्थापित हो रही है। हमारा देश शालीनता और संस्कारों के लिए जाना जाता है, पर यदि सत्ता पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले व्यक्ति ऐसी अभद्र भाषा के साथ चर्चा करेंगे तो देशवासियों तक सत्ताधरी पार्टी की क्या छवि जायेगी? एक समय पर स्वर्गीय श्री अटल विहारी वाजपयी जी ने विपक्ष में बैठ कर इंदिरा गाँधी जी को “दुर्गा” कहा था, मेरा सुझाव है कि भाजपा को अटल बिहारी भाजपाई जी के पदचिन्हों पर चलते हुए राजनीति के गिरते स्तर को बचाना चाहिए और गरिमा बनाए रखना चाहिए।

उन्होंने आखिर में कहा है कि मैं आपसे आशा करती हूँ कि घटना की गंभीरता को समझते हुए महिलाओं के खिलाफ इस तरह की भाषा का प्रयोग करने वाले व्यक्ति को भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से हटाएगी और अपने नेताओं और प्रवक्ताओं को मर्यादित भाषा प्रयोग करने की सीख देगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अन्य खबरें