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Chattisgarh: कांग्रेस ने अपने दो पूर्व MLA को पार्टी से छह साल के लिए निकाला

Brihaspati Singh
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छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने बगावती तेवर अपनाने वाले अपने दो पूर्व विधायकों (Rebellious MLA) बृहस्पति सिंह और विनय जायसवाल को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित (Suspend) कर दिया है.

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इन दोनों नेताओं को ऐसे समय में निलंबित किया गया है, जब दोनों नेता हारे हुए या जिनके टिकट काटे गए थे, ऐसे नेताओं को एकत्र कर गुरुवार को बैठक कर रहे थे. उधर, रायपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे पूर्व विधायक महंत डॉक्टर रामसुंदर दास ने हार की नौतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है.

गलत बयानबाजी के बाद फैसला

इन दोनों नेताओं पर आरोप है कि विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव चंदन यादव और छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा के ख़िलाफ़ दोनों नेताओं ने सार्वजनिक रुप से बयानबाजी की थी.

प्रदेश कांग्रेस ने मांगा था स्पष्टीकरण

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री ने इन दोनों ही नेताओं से स्पष्टीकरण भी मांगा था. दोनों पूर्व विधायकों ने विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के लिए राज्य के नेताओं को ज़िम्मेवार बताया था.

पूर्व सीएम बघेल और कुमारी शैलजा पर लगाए थे गंभीर आरोप

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेहद क़रीबी कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने कुमारी शैलजा और उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे. बृहस्पति सिंह ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस की प्रभारी कुमारी शैलजा के कारण पार्टी राज्य में हारी.

टीएस सिंह की ड्राइविंग करती हैं कुमारी शैलजा- बृहस्पति सिंह

बृहस्पति सिंह ने कहा था, “हमारी प्रभारी कुमारी शैलजा सिर्फ़ सरगुजा संभाग में जा कर टीएस सिंह से ड्राइविंग करवाती थी और ख़ुद सामने बैठ कर फोटो शूट कराती थी. किसी हीरोइन की तरह, जैसे बॉम्बे से कोई फोटो शूट कराने के लिए आया है. टीएस सिंहदेव को पार्टी से निकाले बिना कांग्रेस की हालत नहीं सुधरेगी.”

कांग्रेस के नेताओं का घमंड सिर चढ़कर बोल रहा था, इसलिए पार्टी हारी

बृहस्पति सिंह ने कहा था कि कांग्रेस के हमारे नेताओं का घमंड सिर चढ़कर बोल रहा था. ऐसा लग रहा था कि जिसको यह टिकट दे देंगे वही चुनाव जीत जाएगा, जिसके कारण कांग्रेस पार्टी हार गई. दूसरे पूर्व विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल ने तो केंद्र से आए कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव चंदन यादव पर सात लाख रुपये लेने का आरोप लगाया था.

उन्होंने कहा था, “वो पैसा अगर पार्टी फंड में जमा किया गया हो तो उसकी जांच होनी चाहिए.”

टिकट का हौव्वा बनाकर पैसे वसूलने का किया काम

विनय जायसवाल ने पार्टी के नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा था कि केवल और केवल टिकट का हौव्वा बनाकर पैसा वसूलने का काम किया गया और इसकी जांच कर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.

उधर, पूर्व विधायक और महंत डॉक्टर रामसुंदर दास ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है. उन्होंने लिखा है कि प्रदेश में वो सबसे ज्यादा वोटों के अंतर से हारे हैं. इसकी नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए उन्होंने इस्तीफ़ा दिया है.

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