बिहार सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव हमेशा ही किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहते हैं। वह अपने बयानों और कृष्ण भक्ति से लगातार चर्चा में रहते हैं। तेजप्रताप यादव इस बार आंवले के अद्भुत ज्ञान के कारण चर्चा में हैं। गुरुवार को विश्व डॉल्फिन दिवस पर पटना जू में एक कार्यक्रम था। तेज प्रताप यादव अपने विभाग के कार्यक्रम में जहां लोगों को अपने घर में फूल के पौधे और पेड़ लगाने की अपील करते नजर आ रहे थे, वहीं वह आंवले की उत्पति और इसके सेवन के फायदे गिनाते और बताते हुए भी नजर आए।
तेजप्रताप यादव ने बताया कि हमारी नर्सरी में एक आंवले का पेड़ भी है। तेजप्रताप ने कहा कि हर व्यक्ति घर में एक आंवले का पेड़ लगाना चाहिए। तेजप्रताप यादव ने आवंले के फायद गिनाते हुए इसकी उत्पत्ति कैसे हुई, इस सवाल पर पहुंच गए और सभा में मौजूद लोगों से पूछा कि आंवले की उत्पत्ति कैसे हुई? तेज प्रताप यादव ने कहा कि जो लोग धार्मिक हैं, वे वेद पुराण पढ़ते हैं, वे जानते हैं कि आंवले की उत्पत्ति कैसे हुई, जब किसी ने भी इसका जवाब नहीं दिया।
तेज प्रताप यादव ने कहा कि आंवले विष्णु के थूक से पैदा हुए। तेजप्रताप यादव ने फिर आंवले के गुणों का बखान किया और इसे खाने के लाभ बताए। बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आंवले खाने से बाल हमेशा काले रहते हैं और आंखों की रोशनी बढ़ती है। आंवले के चूर्ण या कच्चे आंवले को हर सुबह खाने से कोई बीमारी नहीं होती।
तेजप्रताप यादव ने कहा कि हमारे आवास में दो-दो आंवले का पेड़ है। बिहार सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव कभी बांसुरी बजाकर, तो कभी पटना की सड़कों पर साइकिल चलाकर तो कभी घोड़े की सवारी करके के चर्चा में रहते हैं। पिछले दिनों वह जलेबी छानते हुए भी नजर आए थे।
ये भी पढ़ें:
Road Accident in Nawada: नवादा से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां रफ्तार…
Begusarai: बिहार के बेगूसराय में एक दर्दनाक हादसे की ख़बर है. यहां पांच लोगों की…
Lok Sabha Election live: लोकसभा चुनाव के पांचेवें चरण के लिए सोमवार सुबह 7 बजे से…
CM Yogi in Kurukshetra: हरियाणा के चुनावी समर में उतरे भाजपा के स्टार प्रचारक व…
Nalanda news: हरनौत प्रखंड के कल्याणबिगहा थाना क्षेत्र के एक विद्यालय के शिक्षक पर छात्राओं…
Road Accident in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के कवर्धा से बड़े हादसे की ख़बर है. यहां तेंदूपत्ता…
This website uses cookies.