महिला वोटरों पर प्रियंका का एक और निशाना

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियाँ कमर कस मैदान में कूद चुकी हैं। लोक लुभावन वादे किए जा रहे हैं। इधर कांग्रेस की सियासी रणनीति भी साफ है। प्रियंका गाँधी के नेतृत्व में कांग्रेस महिला वोटरों को रिझाने के लिए हर मुमकीन कोशिश कर रही है। पिछले दिनों प्रियंका गाँधी ने खुद ही ये ऐलान किया था कि आगामी विधान सभा चुनाव में वो 40 फीसद सीट यानि कुल 161 सीट महिलाओं को देंगी।
प्रियंका गाँधी के इस फैसले का महिला वोटरों पर कितना असर पड़ेगा ये तो आने वाले चुनाव के नतीजों से ही पता चलेगा। बहरहाल , एक्शन में आई प्रियंका गाँधी लगातार बड़े बड़े वादे कर रही हैं। इस बार उन्होंने मेहनतकश आशा और आंगनबाड़ी कर्मियों को निशाने पर ले रखा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार अगर राज्. में बनी तो इन महिलाओं को 10 हजार रूपए प्रतिमाह मानदेय देगी.
अपने ट्वीट में प्रियंका ने लिखा, ”कांग्रेस पार्टी आशा बहनों के मानदेय के हक और उनके सम्मान के प्रति प्रतिबद्ध है और सरकार बनने पर आशा बहनों एवं आंगनबाड़ी कर्मियों को 10,000 रु प्रतिमाह का मानदेय देगी।”
इससे पहले एक और वीडियों ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, ”यूपी सरकार द्वारा आशा बहनों पर किया गया एक-एक वार उनके द्वारा किए गए कार्यों का अपमान है. मेरी आशा बहनों ने कोरोना में व अन्य मौकों पर पूरी लगन से अपनी सेवाएं दीं. मानदेय उनका हक है. उनकी बात सुनना सरकार का कर्तव्य. आशा बहनें सम्मान की हकदार हैं और मैं इस लड़ाई में उनके साथ हूं.”
प्रियंका गांधी के इन चुनिंदा वादों से दूसरी सियासी दलों की चिंता बढ़ गई है। महिला वोटरों को साधने की कोशिश में इतना तो जरूर है कि हाशिए पर चली गई कांग्रेस अब कम से कम प्रदेश की सियासच में अपनी मौजूदगी का एहसास तो जरूर करा रही हैं।