सर्वदलीय बैठकः नीतीश ने नहीं की मीडिया से बात

All Party Meeting in Bihar
All Party Meeting in Bihar: राज्य में जातीय गणना के आंकड़ों के पेश हो जाने के बाद सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में चल रही सर्वदलीय बैठक समाप्त हो गई। इस बैठक में राज्य के विभिन्न राजनीतिक दलों के विधायकों और प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक खत्म होने के बाद सीएम नीतीश कुमार मीडिया से रूबरू नहीं हुए।
All Party Meeting in Bihar: सरकार ने स्वीकारी जनगणना में कमियों की बात- विजय सिंह
इस बैठक में हिस्सा लेने वाले अन्य राजनीतिक दलों के विधायकों, प्रतिनिधियों ने मीडिया से बात की। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिंह ने बैठक खत्म होने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि इस जातीय आंकड़े में कई खामियां हैं और इस बात को सरकार ने स्वीकार किया है।
‘पब्लिक डोमेन को लेकर कही गई निजता की बात’
उन्होंने आगे कहा कि हमने मांग की है कि जो लोग वंचित रह गए हैं, जिनकी रिपोर्ट में कमी और खामी है वह अपनी आपत्ति या शिकायत कैसे दर्ज करेंगे। 17 बिंदुओं पर जो जानकारी मांगी गई है वह पब्लिक डोमेन में कैसे जाएगी। इस पर निजता की बात की गई तो हमने अपनी बात रखते हुए निजता की बात को खारिज किया।
हड़बड़ी में कई गड़बड़ियां रह जाती हैं- विजय सिंह
विजय सिंह ने आगे कहा कि जनगणना में कमी को सरकार ने भी स्वीकार किया। हमारी मांग है कि उसका संशोधन किया जाए। हड़बड़ी में कई गड़बड़ियां रह जाती हैं। हम गरीबों के उत्थान के लिए चाहते हैं कि उनका भी विकास हो। उनके उत्थान के लिए हमारे प्रधानमंत्री भी तत्पर हैं।
पिछड़ों की आबादी 63 प्रतिशत, यह खुशी की बात- अख्तरुल इमान
एआइएमआइएम(AIMIM) के प्रदेश प्रमुख और विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि लोगों का पेशा, लोगों की जाति से तय होता है। उसकी गरीबी और अमीरी भी उसकी जाति से तय हो जाती है। आंकड़े साइंटिफिक तौर पर आ गए हैं। यह जानकर खुशी होगी कि आंकड़ों के जरिए पिछड़ों की आबादी 63% हो गई है।
बीजेपी ने क्यों नहीं दिए बिहार को रिसोर्सेस- शकील अहमद
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि बीजेपी को इस बात का जवाब देना चाहिए कि जब लोकसभा और राज्यसभा में उनकी स्थिति मजबूत है तो उन्होंने इस मामले में बिहार को रिसोर्सेस क्यों नहीं उपलब्ध कराए।
All Party Meeting in Bihar: जातीय जनगणना में थी सबकी सहमति- अजय कुमार
सीपीआई के विधायक अजय कुमार ने कहा कि इस जातीय गणना के लिए सब की सहमति थी। इसका उद्देश्य यही था कि आर्थिक सामाजिक स्तर पर कौन सा ऐसा तबका है जो हासिए पर है। इसका आकलन करके उसका उत्थान किया जाए। रिपोर्ट को हाउस में भी रखने का निर्णय लिया गया है।
रिपोर्टः सुजीत कुमार, ब्यूरोचीफ, बिहार
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