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यूपी चुनाव: केजरीवाल ने लखनऊ में कहा- कब्रिस्तान, श्मशान नहीं, स्कूल-अस्पताल बनवाऊंगा

Twitter/AAP

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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लखनऊ में रविवार को आयोजित जनसभा में भाजपा और समाजवादी पार्टी को जमकर आड़े हाथों लिया है। यूपी की जनता से आम आदमी पार्टी के लिए एक मौका मांगते हुए प्रदेश में अस्पताल और स्कूल बनवाने जैसे वादे किए हैं।

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इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री और सीएम योगी पर निशाना साधा है।

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, “साल 2017 के चुनाव में देश के सबसे बड़े नेता ने उत्तर प्रदेश में आकर कहा था कि अगर उत्तर प्रदेश में कब्रिस्तान बनते हैं तो श्मशान घाट भी बनने चाहिए. पुरानी सरकारों ने उत्तर प्रदेश में कब्रिस्तान बनवाए। योगी जी ने पिछले पांच साल में केवल और केवल श्मशान घाट बनवाए।”

“आज मैं आपके बीच आया हूं। एक मौका दे दीजिए। मैं आपके बच्चों के लिए स्कूल बनवाऊंगा, परिवार के लिए अस्पताल बनवाऊंगा, मेरे को स्कूल बनवाने आते हैं। मेरे को अस्पताल बनवाने आते हैं।”

“दिल्ली में बनवाकर आया हूं। उत्तर प्रदेश में भी बनवाऊंगा. इनको नहीं बनवाने आते. 75 सालों में इन्होंने नहीं बनवाए। ये केवल कब्रिस्तान और श्मशान घाट ही बना सकते हैं। वो बहुत बनवा दिए इन्होंने। अब बस. अब देश को स्कूल और अस्पताल चाहिए।”

दलितों को लुभाने की कोशिशें

सभी पार्टियां प्रदेश के दलितों को लुभाने की पूरज़ोर कोशिश कर रही हैं। सपा से लेकर भाजपा, कांग्रेस और बसपा ज्यादा तादाद वाले दलितों को अपनी तरफ खींचने में जुटे हुए हैं।

अरविंद केजरीवाल ने भी शिक्षा और बाबा साहेब अंबडेकर के जरिए दलितों का वोट अपनी ओर करने की कोशिश की है।

उन्होंने कहा, “मैं बाबा साहेब अंबेडकर का बहुत बड़ा फैन हूं. फैन नहीं हूं, भक्त हूं, और भक्त ही नहीं पुजारी हूं. मैं उन्हें पूजता हूं. मैं जितना उनके बारे में पढ़ता हूं। उतना मुझे ताज्जुब होता है कि ऐसा आदमी हो सकता है क्या? ऐसा इंसान था क्या सच में?”

“एक इतने ग़रीब घर में जन्मे, बचपन से छुआछूत बर्दाश्त की, अन्याय बर्दाश्त किया, और उस अंग्रेजों के जमाने में विदेशों से दो-दो पीएचडी की डिग्री लेकर आए थे। एक लंदन से और एक अमरीका से। यही नहीं, उन्होंने 62 विषयों में परास्नातक की डिग्री की थीं।”

“बाबा साहेब का सपना था कि देश के हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले, फिर चाहें वह ग़रीब, दलित, ब्राह्मण या किसी अन्य घर में जन्म ले। आज सत्तर साल बाद भी हम वो सपना पूरा नहीं कर पाए। मैंने कसम खाई है कि बाबा साहेब का सपना मैं पूरा करूंगा।”

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