कैप्टन को CM पद से हटाने की मांग, शिकायत लेकर 4 मंत्री पंजाब से पहुंचे दिल्ली
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ काम ठीक से न करने की शिकायत लेकर और असंतुष्ट विधायकों का पक्ष रखने 4 मंत्री सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली पहुंच गए हैं। ये चार मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखजिंदर सिंह रंधावा, सुख सरकारिया और चरणजीत सिंह चन्नी हैं।
मंगलवार को राज्य के सीनियर मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा के घर बैठक हुई थी, जिसके बाद कैप्टन को मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाने की मांग उठी थी।
मुख्यमंत्री पद के अगले दावेदार के लिए सिद्धू की ओर हो रहा इशारा
इस बगावत का कारण अमरिंदर सिंह का चुनावी वायदे पूरे न कर पाना बताया जा रहा है। बरगाड़ी कांड, नशे के सौदागरों की गिरफ़्तारी, बिजली समझौते के मसले, बस, केबल नेटवर्क, रेत, दलित मुद्दों पर कार्रवाई आदि मुद्दे अधर में लटके हैं।
हालांकि मुख्यमंत्री पद के अगले दावेदार का नाम अभी तक सामने नहीं आया है। लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू के नाम की अफवाह उड़ रही है। बाजवा के घर हुई बैठक में 28 विधायक शामिल हुए थे।
माली ने बयान वापस लेने के बजाय कैप्टन पर किए व्यक्तिगत हमले
बीते दिनों अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार को इंदिरा गांधी और कश्मीर मुद्दे पर बिना जाने कुछ भी पोस्ट न करने की चेतावनी दी थी और साथ ही सिद्धू को भी उनसे राजनीतिक दूरियां बनाने की सलाह दी थी।
इसके बाद सिद्धू ने अपने सलाहकारों को घर पर मीटिंग के लिए बुलाया था। लेकिन बयान वापस लेने के बजाय मालविंदर माली ने कैप्टन पर व्यक्तिगत हमले शुरू कर दिए। इससे साफ हो गया है कि नवजोत सिद्धू ने अमरिंदर सिंह को खुली चुनौती दी है।
ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस के दो फाड़ हो चुके हैं, और इन सब का दोष पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर लगाने की तैयारी की जा रही है।
बाजवा को मंत्री पद से हटाने की तैयारी
कैप्टन के खिलाफ जंग पंजाब के ग्रामीण विकास मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा के नेतृत्व में जारी है। अमरिंदर सिंह जल्दी ही अपने पंजाब कैबिनेट में बदलाव करने की योजना भी बना रहे हैं। और इसमें वो बाजवा को मंत्री पद से हटाने की तैयारी कर रहे हैं।
सिद्धू को प्रधान बनाने में बाजवा का बड़ा हाथ था। बाजवा के खिलाफ कैप्टन का तीखा रुख तब देखने को मिला, जब उन्होंने बाजवा के भांजे PPS ऑफिसर नवजोत माहल को होशियारपुर के SSP से हटाकर रिजर्व बटालियन में लगा दिया था।
इसके अलावा ख़बर ये भी है कि हाईकमान के 18 सूत्रीय फॉर्मूले के साथ सिद्धू की तरफ से की गई 5 मांगों पर कैप्टन सरकार के ध्यान न देने से भी सिद्धू नाखुश है।
क्या हैं सिद्धू की 5 मांगें-
- गुरु ग्रंथ साहिब से बेअदबी करने वालों पर कार्रवाई की जाए।
- प्राइवेट थर्मल प्लांट्स और सरकार के पावर-परचेज एग्रीमेंट को रद्द या उसमें सुधार किया जाए।
- केंद्र के कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग।
- सूबे में प्रदर्शन कर रहे अध्यापकों, डाक्टरों, सफाई-कर्मियों, लाइनमैनों का मसला हल किया जाए।
- राज्य में नशा खत्म किया जाए और साथ ही उससे जुड़े बड़े नेताओं और रसूखदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
- सिद्धू अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर भी कर चुके हैं, हालांकि कैप्टन अमरिंदर की तरफ से इस बारे में कोई बयान या कार्रवाई सामने नहीं आई है।