नेहा ठाकुर ने सेलिंग में सिल्वर मेडल जीतकर किया देश का नाम रोशन

19th Asian Games में 17 साल की नेहा ठाकुर ने सेलिंग में सिल्वर मेडल जीतकर देश के साथ-साथ देवास जिले का भी नाम रोशन कर दिया है। माता-पिता ही नहीं, बल्कि उनका पूरा गाँव उनपर बेहद गर्व कर रहा है। फिलहाल वह अपनी बीकॉम की पढ़ाई के साथ-साथ वॉटर स्पोर्टस एकेडमी से जुड़ी हैं और भोपाल में रहती हैं। नेहा ने कक्षा 8वीं तक की पढ़ाई अपने मामा के घर इंदौर में रहकर की।
वॉटर स्पोर्ट्स में अपनी रुची कायम रखी
अपने भाई से उन्होंने तैराकी सीखी थी और सेलिंग स्पोर्ट्स में जाने का मन बना लिया था। 8वीं के बाद जब पिता उनको वापस गाँव ले आए तो आगे की पढ़ाई उन्होंने सरस्वती शिशु मंदिर में की और वॉटर स्पोर्ट्स में अपनी रुची कायम रखी। वह इसके बारे में पढ़ती और जानकारी लेती रहती थीं। 2017 में ट्रायल के दौरान नेहा का वॉटर स्पोर्टस एकेडमी भोपाल में सिलेक्शन हो गया।
देश के लिए मेडल जीती
नेहा के पिता मुकेश ठाकुर पेशे से किसान हैं और अच्छी तरह से तैराकी भी जानते हैं; वह बेटी को ट्रायल के दौरान हाटपीपल्या क्षेत्र में बने छोटे डेम और कुएं में तैराकी की ट्रेनिंग दिया करते थे। कुएं में तैरने से लेकर आज उनकी बेटी नौकायन में देश के लिए मेडल जीत रही है।
गाँव में आने पर हम जोरदार स्वागत
मध्य प्रदेश के आमलाताज गाँव के सरपंच राजकुमार सिंह सेंधव कहते हैं- “यह हमारे छोटे से गाँव के लिए गर्व की बात है कि एक किसान की बेटी ने देश को रजत पदक दिलाया है। एशियन गेम्स से लौटने के बाद नेहा का गाँव में आने पर हम जोरदार स्वागत और सम्मान करेंगे।”