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निशानेबाजी विश्व कप में भारत के बेटे ‘ऐश्वर्य प्रताप सिंह’ ने स्वर्ण पदक जीत बढ़ाया देश का मान

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कहतें हैं ना कि सफलता की कोई उम्र नहीं होती है। इसी बात को सच कर दिखाया है भारत के बेटे ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने स्वर्ण पदक जीतकर। बता दें ऐश्वर्य महज 21 साल के हैं। उन्होंने दक्षिण कोरिया के चांगवन में ISSF निशानेबाजी विश्व कप की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशंस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर विदेशी धरती पर तिरंगा लहराते हुए भारत का नाम रोशन किया है।

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आपको बता दें कि ऐश्वर्य प्रताप सिंह कि इस सफलता के पीछे उनकी मेहनत और लगन शामिल है। कहा तो यहां तक जाता है कि वो जब बचपन में मेला में घूमने जाते थे। तो वो हमेशा मेले में कुछ खरीदने की बजाय, छर्रे वाली बंदूक की गोली से निशाना लगाते थे। हालांकि निशाना भी कोई ऐसा वैसा नहीं बिल्कुल ही गुब्बारे पर। तो आइए जानते की कौन है ये भारत का लाल..

कौन हैं ऐश्वर्य, क्यों हैं सुर्खियों में

आपको बता दें कि टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके ऐश्वर्य मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के एक बहुत ही छोटे से गांव से आते हैं। जहां की आबादी महज 800 लोगों की है। मिली जानकारी के मुताबिक घर में प्यार से उन्हें ‘प्रिंस’ पुकारा जाता है। उनके पिता ने बताया कि वह राजपूत समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उनके कुनबे में रायफल व बंदूक जैसे लाइसेंसी हथियार पारंपरिक रूप से रखे जाते हैं, लिहाजा ऐश्वर्य ने ये हथियार बचपन से ही देख रखे थे।

उन्होंने ये भी कहा कि ऐश्वर्य ने निशानेबाजी के सीखने के बारे में तब मन बनाया था, जब उनके भांजे नवदीप सिंह राठौड़ भोपाल में राज्य सरकार की निशानेबाजी अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे थे। उनके पिता ने ये भी बताया कि प्रिंस (ऐश्वर्य) शुरु से ही विशेष रुचि नहीं रखता था। इसलिए उन्हें 14 साल की उम्र में भोपाल की निशानेबाजी अकादमी भेज दिया था।

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रिपोर्ट: निशांत

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