आखिर कौन हैं वो खिलाड़ी जिसकी मिसाल देते हुए सर डॉन ब्रेडमैन ने कही थी ये बड़ी बातें….
आज हम आपको एक ऐसे क्रिकेटर के बारे में बताने जा रहें जिनकी मिसाल खुद क्रिकेटर जगत के बेहतरीन बल्लेबाज सर डॉन ब्रेडमैन भी देते हैं। सर डॉन ब्रेडमैन ने एक कोट के जरिए उस क्रिकेटर की तारीफ की है और कहा है कि ‘अगर मैं इस तरह की पारी खेल पाता, तो मुझे बहुत गर्व होता। तो चलिए आपको बताते हैं कि वो कौन सा महान क्रिकेटर है जिसकी तारीफ खुद सर डॉन ब्रेडमैन भी करते नहीं थक रहे अगर आपको अभी तक अंदाजा नहीं लग पाया है तो हम बताते हैं कि वो कौन है स्टैन. स्टैनली जोसेफ मैक्केब जिनकी जबरदस्त बल्लेबाजी से सर डॉन ब्रेडमैन भी उनके फैन हैं। यहां तक की उन्होनें अपने साथी बल्लेबाजों से तक कहा था ‘कि आओ और इसको देखो आप ऐसी बल्लेबाजी फिर कभी नहीं देख पाएंगे‘।
जब स्टैन ने अंग्रेजो को अपने खेल से दी थी पटखनी
ये बात है साल 1938 की जब आस्ट्रेलिया इंग्लैंड के खिलाफ एशेज खेलने उनके घर पहुंची थी। ये सीरीज़ पांच मैच की थी और पहला मुकाबला ट्रेंट ब्रिज में हो रहा था। यहां पर इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का मन बना लिया था और काफी धमाकेदार पारियां खेली थी। वहीं इंग्लैंड के तीन बल्लेबाज ऐसे भी थे जिन्होनें शतक जड़ा था और एक खिलाड़ी ने दोहरा शतक जड़कर धामकेदार पारी खेली थी। 219 रनों के साथ टीम ने अपना पहला विकेट खोया था। टीम के लिए ओपन करने आए चार्ली बार्नेट (Charlie Barnett) और लियोनर्ड हटन (Leonard Hutton) ने शतकीय पारियां खेली। इनके आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया वालों को थोड़ा आराम मिला। और उन्होंने सोचा कि इंग्लैंड की बल्लेबाजी अब बिखर जाएगी। उनकी उम्मीदें पूरी होती भी दिखीं। दो खिलाड़ी पांच और 26 रन बनाकर लौटे भी लेकिन फिर एडी पेंटर (Eddie Paynter) और डेनिस कॉम्पटन (Denis Compton) बल्लेबाजी करने आ गए। और यहां से इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को और कूटा।
अब आस्ट्रेलिया के सामने बड़ा लक्ष्य खड़ा हो चुका था
आस्ट्रेलिया टीम के खिलाड़ियों के सामने अब एक बड़ा लक्षय खड़ा हो चुका था क्योंकि उनको इंग्लैंड के खिलाफ अच्छी पारी खेलनी थी लेकिन एक बाद एक जब टीम का विकेट गिरता रहा था तो स्टैन. स्टैनली जोसेफ मैक्केब काफी ज्यादा परेशान हो गए थे लेकिन इसके बाद स्टेन क्रीज पर उतरते हैं स्टेन और अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से इतने रन जड़े कि अंग्रेजो के पसीने छूट गए। स्टेन ने 277 गेंदो में 232 रन अंग्रेजों के खिलाफ ठोके थे जिसमें कि 34 चौके और एक छक्का शामिल था जिसकी वजह से ही ऑस्ट्रेलिया 411 रनों का स्कोर खड़ा कर पाया था। कमाल के बल्लेबाज रहे स्टैन ने 39 टेस्ट मैच में 2748 रन बनाए थे। 16 जुलाई 1910 को जन्मे स्टैन 25 अगस्त 1968 को स्वर्गवासी हो गए थे।