Russia on UN’s Financial Bans: रूस के पास आर्थिक प्रतिबंधों को झेलने की ताकत, जल्द निकलेंगे बाहर

Russia on UN’s Financial Bans: रूस और यूक्रेन के बीच जारी विवाद के बीच पश्चिम देश रूस पर लगातार वित्तीय प्रतिबंध लगा रहा है। जिसको लेकर रूस ने कहा है कि वह पश्चिमी देशों की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों को झेलने में सक्षम है और जल्द ही इन स्थितियों से बाहर निकल जाएगा।
रूस के प्रवक्ता दमित्री पेश्कोव एक कॉन्फ्रेंस कॉल के ज़रिये पत्रकारों से कहा कि उनके देश ने पश्चिमी देशों की ओर से लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों से पैदा दिक्कतों से बाहर निकालने की योजना बना ली है। पश्चिमी देशों के आर्थिक प्रतिबंधों के कारण रूसी मुद्रा रूबल में काफी गिरावट आई है।
पेश्कोव ने कहा, ”रूस पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंध काफी कड़े हैं लेकिन हमारे पास इससे होने वाले घाटे की भरपाई के लिए जरूरी क्षमता है।
उन्होंने सोमवार को कहा, ”पुतिन आर्थिक मसलों को सुलझाने पर काम करेंगे। वह वित्त मंत्री, केंद्रीय बैंक के गवर्नर समेत प्रमुख मंत्रियों से मिलकर मामले का हल निकालेंगे।”
ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ ने पश्चिमी देशों के वित्तीय बाजारों से रूस के बैंकों का संपर्क काट दिया है। अब रूस के केंद्रीय बैंक, सरकारी निवेश फंड और वित्तीय मंत्रालय से उनका कारोबार बंद है। यही वजह है कि रूस के केंद्रीय बैंक की प्रमुख ब्याज दरें 9.5 फीसदी से बढ़कर 20 फीसदी हो गई है।
कड़े आर्थिक प्रतिबंधों की वजह से डॉलर की तुलना में रूस की मुद्रा रूबल की कीमत में तेज गिरावट दर्ज की गई है। इससे रूस की खरीद क्षमता ध्वस्त होकर आम रूसियों की बचत खत्म हो सकती है।