Ram Mandir : राम के बिना भारत की कल्पना नहीं : राजनाथ सिंह

Ram Mandir : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आजादी के समय राम मंदिर हिंदुओं-मुसलमानों के बीच संघर्ष का मुद्दा नहीं था और हर समुदाय ने किसी-न-किसी तरह से राम जन्मभूमि आंदोलन का समर्थन किया है। रक्षा मंत्री ने कहा कि कोई राम के बिना भारत की कल्पना नहीं कर सकता और अयोध्या में बनाया जा रहा भव्य मंदिर भारतीय संस्कृति की पुनर्स्थापना का प्रतीक है।
राम मंदिर भारतीय संस्कृति की पुनर्स्थापना का प्रतीक
राजनाथ सिंह एक पुस्तक ‘रोम रोम में राम’ के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे। यह पुस्तक दिवंगत वरिष्ठ पत्रकार और सांसद अश्विनी चोपड़ा और अन्य द्वारा लिखे गए निबंधों का संकलन है। उन्होंने कहा कि 500 सालों के इंतजार के बाद राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में बन रहा नया राम मंदिर भारतीय संस्कृति की पुनर्स्थापना का प्रतीक है। राम के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती।
राजनाथ सिंह ने क्या कहा?
राजनाथ सिंह ने कहा कि अयोध्या नए भारत का प्रतीक बनेगी जो भारत को एक बार फिर दुनिया का नेतृत्व करने की क्षमता देगी। अयोध्या बाकी दुनिया के लिए प्रेरणा बनेगी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर आजादी के समय हिंदुओं और मुसलमानों के बीच संघर्ष का मुद्दा नहीं था। उन्होंने कहा कि उस समय 12 मुसलमानों ने हलफनामा देकर राम मंदिर का समर्थन किया था। यह हिंदुओं और मुसलमानों के बीच संघर्ष का मामला नहीं था, यह हिंदुओं की आस्था से जुड़ा मामला था। सिंह ने कहा कि राम मंदिर से संबंधित पहली प्राथमिकी सिखों के एक समूह के खिलाफ दर्ज की गई थी।
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