पॉज़िटिविटी: एक शख़्स ने अपनी कमाई के पैसे ख़र्च कर किया गांव का जीर्णोद्धार, 65 लाख रूपये बैंक से लोन भी लिए

यूपी। राज्य के एटा जिले के हैदरपुर गांव में एक शख्स ने अपनी पूंजी खर्च कर गांव का रद्दोबदल कर दिया। उसने गांव के विकास में अपनी कमाई के ढाई करोड़ रुपये लगा दिए। उसके बाद कोरोना के चलते पैसों में कमी आ गई और काम रूक गया जिस पर उसने बैंक से 65 लाख का लोन ले लिया लेकिन गांव का विकास कार्य बाधित नहीं होने दिया।
कम्युनिटी पार्क, कम्युनिटी हॉल, शौचालय का निर्माण करवाया
गांव की तस्वीर बदलने वाले रामगोपाल दीक्षित अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली चले गए थे और वहाँ अपना बिजनेस करने लगे। कई सालों बाद जब वो गांव वापस आये, तो वहाँ की बदहाल स्थिति उनसे देखी नहीं गई और उन्होंने उसका विकास करने का प्रण ले लिया।
शहर से गांव को जोड़ने वाली कच्ची सड़क और गलियों को सीसी रोड में तब्दील करवाया, वहाँ कम्युनिटी पार्क का निर्माण करवाया, उसके बाद गांव में बारात-घर की कमी को देखते हुए अपनी निजी जमीन पर अपने पैसों से कम्युनिटी हॉल का निर्माण कराया, जो अभी भी निर्माणाधीन है। इसके अलावा गांव के प्राइमरी स्कूल में शौचालय का निर्माण व हर घर में पानी का कनेक्शन करवाया। 10-15 सालों से यहाँ पानी का कनेक्शन नहीं था।
प्रधान नहीं दे रहा था ध्यान
रामगोपाल ने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कहा कि ‘मैं काफी गरीबी से यहाँ तक पहुंचा हूँ। जीवन यापन भी बड़ी मुश्किल से हो पाता था।‘ उन्होंने आगे कहा कि ‘आज परमात्मा ने मुझे जो कुछ भी दिया है, उसे परमात्मा को अर्पण करना ही, हमारी ड्यूटी है। जीवन का कोई भरोसा नहीं है।‘
इसके अलावा उन्होंने जर्जर पड़े एक श्मशान घाट का भी जीर्णोद्धार कराया। रामगोपाल ने बताया कि ‘इन सबमें उनका करीब ढाई करोड़ रुपये खर्च हुआ है। लोग अपनी घर गृहस्थी के लिए जो करते हैं, वह मैंने गांव के लिए किया है। गांव में कुछ मकान इतने कच्चे थे कि कभी भी गिर सकते थे। शिकायत करने पर भी प्रधान कोई ध्यान नहीं दे रहा था। रामगोपाल ने ऐसे लगभग एक दर्जन पक्के आवासों का निर्माण कराया और कुछ आवासों में सुधार भी कराया।
उद्घाटन करने आए कमिश्नर गांव देखकर दंग रह गये
गांव में विकास कार्यों के पूरे होने के बाद उद्घाटन के लिए ग्रामीणों ने अलीगढ़ कमिश्नर गौरव दयाल को आमंत्रित किया। जब कमिश्नर साहब अपने पूरे जिले के आला अफसरों के काफिले के साथ उद्घाटन के लिए गांव पहुंचे तो गांव की चमकती तस्वीर देख कर दंग रह गए और जब उन्हें यह बात पता चली कि यह सब एक व्यक्ति के संकल्प का परिणाम है तो कमिश्नर रामगोपाल प्रशंसा करते हुए बोले कि ‘अगर रामगोपाल जैसे कुछ और लोग हो जाएं तो पूरे देश की तस्वीर बदल सकती है।