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‘PM मोदी नहीं, केवल राष्ट्रपति करें नए संसद भवन का उद्घाटन’, AAP सांसद राघव चड्ढा ने दिए ये 10 कारण

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। इसको लेकर आम आदमी पार्टी ने बड़ा ऐलान किया है। आम आदमी पार्टी ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। आम आदमी पार्टी ने साफ-साफ कहा है कि नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नहीं बल्कि केवल देश की महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ही करना चाहिए। आम आदमी पार्टी की इस मांग को लेकर राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने ट्वीट करते हुए 10 प्रमुख कारण गिनाए हैं।

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आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने ट्वीट पर पीएम मोदी द्वारा किए जाने वाले उद्घाटन को गलत बताया। उन्होंने 10 कारणों का जिक्र किया है, जिनमें बताया गया है कि नई संसद का उद्घाटन केवल राष्ट्रपति को ही क्यों करना चाहिए? केंद्र पर निशाना साधते हुए, उन्होंने इन बड़ी बातों पर जोर दिया:

  1. रैंक की बात करें तो, हमारे देश की राष्ट्रपति पहले स्थान पर हैं, उसके बाद उपराष्ट्रपति और तीसरे स्थान पर प्रधानमंत्री का नंबर आता हैं।
  2. संविधान में भी राष्ट्रपति को दर्जा सबसे बड़ा होता है, वो स्थान देश का सबसे प्रमुख स्थान है।
  3. भारत के राष्ट्रपति के नाम पर देश की सभी कार्यकारी कार्रवाई की जाती है।
  4. राष्ट्रपति भारत के प्रथम नागरिक होते हैं और हमारे देश की एकता और अखंडता का प्रतीक होते हैं।
  5. विधानमंडल में भी केवल राष्ट्रपति और दो सदन, राज्यसभा और लोकसभा शामिल हैं। राष्ट्रपति और दोनों सदनों (राज्यसभा और लोकसभा) को मिलाकर संसद बनती है
  6. सभी कार्यकारी शक्तियां राष्ट्रपति के पास होती हैं। राष्ट्रपति हर साल के पहले सत्र की शुरुआत में संसद को भी संबोधित करते हैं।
  7. संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित कोई भी विधेयक राष्ट्रपति की सहमति के बिना अधिनियम नहीं बन सकता है।
  8. वो राष्ट्रपति ही होते हैं, जो हमारे देश भारत के प्रधानमंत्री की नियुक्ति करते हैं।
  9. राज्य के प्रमुख के रूप में, राष्ट्रपति के पास प्रधानमंत्री के ऊपर एक ऊंचा स्थान होता है, जो केवल कार्यकारी प्रमुख होते हैं।
  10. राष्ट्रपति ने जिस संविधान की रक्षा करने का संकल्प लिया है, उसकी रक्षा के लिए सभी दलों द्वारा राष्ट्रपति की ओर देखा जाता है।

अंत में राज्यसभा सांसद ने राघव चड्ढा ने कहा कि, “भारत के संसदीय लोकतंत्र में राष्ट्रपति के इस प्रमुख स्थान के कारण, उन्हें अकेले नए संसद भवन का उद्घाटन करना चाहिए।” आपको बता दें कि देश को तमाम बड़ी पार्टियों की भी यहीं मांग है कि देश के नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी के बजाय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को करना चाहिए। गौरतलब है कि नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्य और राज्यसभा कक्ष में 300 सदस्य बैठ सकते हैं। पीएम मोदी 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। आम आदमी पार्टी समेत 19 दलों ने उद्घाटन के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। जिसकी वजह से केंद्र की मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी की नींद उड़ गई है। सरकार और संगठन के तमाम दिग्गज सफाई राग अलाप रहे हैं।

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