Advertisement

मोहन भागवत के बयान से MP का ब्राह्मण समाज आक्रोशित

Share
Advertisement

Advertisement

उज्जैन: संघ प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में पंडितों पर टिप्पणी से विवादों में घिर आए। दरअसल संत रविदास जयंती के अवसर पर मोहन भागवत ने मुंबई में कहा था कि जाति भगवान ने नही, पंडितों ने बनाई है। इस बयान के बाद मध्यप्रदेश का ब्राह्मण समाज (Bramhin samaj) काफी आक्रोशित है।

बीतें दिनों ग्वालियर में ब्राह्मण परिषद ने प्रेस कान्फ्रेंस कर मोहन भागवत के दिए बयान पर आप्त्ती जताई थी। जबलपुर में भी बुधवार को मोहन भागवत का पुतला फूंका गया। उसके बाद महाकालेश्वर मंदिर के वरिष्ठ पुजारी महेश गुरु और अखिल भारतीय युवा ब्राह्मण समाज के उपाध्यक्ष रूपेश मेहता ने RSS प्रमुख मोहन भागवत को लेटर लिखा है।

लेटर में 3 सवाल पूछा गया

आपको बता दें कि पुजारी महेश गुरु ने संघ के अंदर चल रहे वर्ण व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है। उन्होनें लेटर में पूछा है कि क्या संघ में वर्ण व्यवस्था समाप्त करेंगे?

  • त्रेतायुग में भगवान राम किस वर्ण के थे और उनका वंश क्या था। रावण का वंश और वर्ण क्या था? शबरी और केवट किस वर्ण और वंश के थे? त्रेतायुग में वर्ण व्यवस्था किसने बनाई? श्रीराम ने, रावण ने, शबरी ने या केवट ने स्पष्ट करें?
  • द्वापरयुग में श्रीकृष्ण ने यदुवंश में जन्म लिया, जो भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं। श्रीकृष्ण ने श्रीमद्भगवद्गीता में जब स्वयं को वर्ण व्यवस्था का रचनाकार बताया है, तो ब्राह्मण समाज पर आरोप क्यों?
  • यदि देश में वर्ण व्यवस्था समाप्त करना चाहते हैं, तो पहले संघ और घटकों की वर्ण व्यवस्था को समाप्त करे। सभी कार्यकर्ताओं के लिए आदेश निकालें कि अपने लड़के–लड़कियों के विवाह संस्कार दलित और पिछड़े वर्ग में करें। सभी सदस्यों से एक लिखित नोटरी करें कि आप किसी वर्ण से संबद्ध नहीं रखेंगे। यदि कोई भी सदस्य वर्ण व्यवस्था में रहता है, तो वह संघ को छोड़ सकता है या क्या आप स्वयं उसे संघ से बाहर करेंगे?

संघ ने दी सफाई

आरएसएस के प्रचार प्रभारी सुनील आंबेकर ने सफाई देते हुए कहा कि पंडित’ शब्द का उपयोग किया था, उसका मतलब ‘बुद्धिजीवियों’ से है, न कि ब्राह्मणों से। उन्होंने बताया कि सरसंघचालक मराठी में बोल रहे थे और मराठी में पंडित का अर्थ बुद्धिजीवी होता है।

ये भी पढ़े: Mohan Bhagwat:  ब्राह्मणों ने बनाई जातियां, मौर्या ने ट्वीट कर की तारीफ

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *