प्रियंका गांधी के बाद PM को वरूण गांधी की चिट्ठी, बोले- अगर ये फैसला पहले ले लिया होता तो नहीं होती 700 से ज्यादा किसानों की शहादत

नई दिल्ली: कृषि कानून को वापस लिए जाने के बाद चिट्ठी लिखने का दौर शुरू हो गया है। आज पहले प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख लखीमपुर खीरी मामले में घेरा। प्रियंका गांधी ने गृह राज्य मंत्री को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की। इस खत के कुछ देर बाद प्रियंका के चचेरे भाई वरूण गांधी ने भी एक खत जारी कर दिया।
प्रियंका गांधी के बाद PM को वरूण गांधी की चिट्ठी
गौरतलब है कि भाजपा खेमे से किसान आंदोलन के मुद्दे पर किसानों की आवाज बुलंद करते हुए वरूण गांधी लगातार प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख रहे हैं। लाजिमी है भाजपा सांसद वरूण गांधी की तरफ से लिखी गई चिट्ठी सरकार और खासतौर पर प्रधानमंत्री के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है।

कृषि कानून की वापसी पर वरूण गांधी ने प्रधानमंत्री को साधुवाद दिया है। लेकिन अगले ही लाईन में प्रधानमंत्री को कह रहे हैं कि अगर ये फैसला पहले ले लिया होता तो 700 से ज्यादा किसानों की शहादत नहीं होती। वरूण गांधी ने ये भी मांग रखी है कि शहीद किसान परिवारों को एक करोड़ रूपए बतौर मुआवजा दिया जाए। साथ ही आंदोलन के दौरान जिन किसानों पर एफआईआर दर्ज की गई थी उन्हें बिना शर्त वापस लिया जाए।
लखीमपुर खीरी कांड की चर्चा करते हुए वरूण गांधी ने अपने पत्र में लिखा है कि केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि इस विवाद का संवेदनापूर्वक समयबद्ध निस्तारण होना चाहिए। वरूण गाँधी ने कहा कि जल्द से जल्द एमएसपी को कानूनी दर्जा दिया जाए।