रेप पर राजनीति! राहुल गांधी के रेप मामले में ट्वीट पर ट्विटर को नोटिस, POCSO ऐक्ट तोड़ने का आरोप
नई दिल्ली: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने बुधवार को POCSO अधिनियम का उल्लंघन करने के मामले में ट्विटर इंडिया को नोटिस जारी किया है। उन्होंने राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल के ख़िलाफ़ रेप मामले में ट्वीट को लेकर कार्रवाई करने की मांग की है।
एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने ट्विटर पर लिखा है, “एक रेप पीड़ित बच्ची के माता-पिता की फ़ोटो ट्वीट कर उनकी पहचान उजागर कर #POCSO एक्ट का उल्लंघन किया गया है। एक्ट के तहत एनसीपीसीआर ने संज्ञान लेते हुए ट्विटर इंडिया को नोटिस जारी कर श्री राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल के ख़िलाफ़ कार्यवाही करने एवं कथित पोस्ट हटाने के लिए नोटिस जारी किया है।”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में कथित तौर पर बलात्कार की शिकार हुई नाबालिग़ बच्ची के परिजनों से मुलाक़ात की थी। परिवार वालों का आरोप है कि उनकी बच्ची के साथ कथित रूप से रेप कर उसकी हत्या कर दी गई।
मुलाक़ात के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट करके लिखा था, “माता-पिता के आंसू सिर्फ़ एक बात कह रहे हैं – उनकी बेटी, देश की बेटी न्याय की हक़दार है और न्याय के रास्ते पर मैं उनके साथ हूं।”
संबित पात्रा ने की कार्रवाई की मांग
इससे पहले दिन में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी पर निशाना साधा था। उन पर ग़ैर-ज़िम्मेदाराना व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई करने की मांग की थी।
उन्होंने कहा, “राहुल गांधी के ट्वीट पॉक्सो ऐक्ट और जुवेनाइल जस्टिस केयर एंड प्रोटेक्शन ऑफ़ चिल्ड्रेन ऐक्ट के सेक्शन 74 का उल्लंघन करते हैं जिसमें कम उम्र के बच्चों की पहचान ज़ाहिर करने पर पाबंदी होती है। उन्होंने बच्ची के परिवार की पहचान ज़ाहिर की है और इस मुद्दे को वो राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।”
हालांकि, बीजेपी की आपत्ति के बावजूद पिछले सात घंटे से राहुल गांधी के ट्विटर पेज पर ये पोस्ट और तस्वीरें लगी हुई हैं।
कॉपी- आरती अग्रावत