पाकिस्तान करने चला भारत के चंद्रयान मिशन की कॉपी, जनता बोली… हमें चाहिए रोटी

Pakistan Moon Mission
Pakistan Moon Mission: मशहूर कवि हुल्लड़ मुरादाबादी की कविता की दो पक्तियां हैं कि ‘चांद से हैं खूबसूरत भूख में दो रोटियां, कोई बच्चा जब मरेगा क्या करेगी चांदनी’. वैसे तो ये पंक्तियां किसी और परिपेक्ष्य में कहीं गई थीं लेकिन फिलहाल यह पाकिस्तान पर सटीक बैठती हैं. दरअसल पाकिस्तान भारत के चंद्रयान मिशन-3 कॉपी करना चाहता है. इसके लिए उसने चीन से मदद ली है. वहीं सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी इस मिशन का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि पहले रोटी चाहिए...इस मून मिशन से क्या होने वाला है. बतां दे कि पाकिस्तान ने मून मिशन के लिए चीनी यान के साथ अपना एक उपग्रह भेजा है.
दरअसल चीन ने शुक्रवार को मून रिसर्च मिशन चांग’ई-6 यान को लॉन्च किया. चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (CNSA) की ओर से यह जानकारी दी गई. इस मिशन का उद्देश्य चंद्रमा के रहस्यमय सुदूर हिस्से से सैंपल एकत्र करने और फिर पृथ्वी पर वापस लाना है. मानव मून रिसर्च के इतिहास में अपनी तरह की यह पहली कोशिश है.
इसमें चीनी यान के साथ पाकिस्तान ने भी अपना उपग्रह भेजा है. आर्थिक संकट में घिरे पाकिस्तान के लोग इसका विरोध कर रहे हैं. सोशल मीडिया लोगों ने कहा, हमें पहले रोटी चाहिए, मून मिशन से क्या होगा.
सीएनएसए के अनुसार लॉन्ग मार्च-5 वाई8 रॉकेट, चांग’ई-6 को ले जाएगा. चांग’ई-6 अंतरिक्ष यान में एक ऑर्बिटर, एक लैंडर, एक आरोही और एक रिटर्नर है. जबकि पाकिस्तान का एक छोटा उपग्रह ऑर्बिटर पर है. पूरा मिशन लगभग 53 दिनों तक चलने की उम्मीद है.
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