मुसलमानों से वोट मिलने की उम्मीद नहीं : हिमंत बिस्वा सरमा

Assam: राज्य के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वह और उनकी पार्टी असम के मुसलमानों के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। लेकिन, उन्हें मियां-मुसलमानों से वोट की उम्मीद नहीं है। इस दौरान सीएम सरमा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और AIUDF ने वर्षों से डर का माहौल बनाकर यहां के मुस्लिमों से वोट मांगे हैं।
दोनों ही पार्टियों ने मुस्लिमों के लिए कुछ नहीं किया
सीएम सरमा ने कहा कि दोनों दलों ने मुस्लिमों से वोट तो मांगे। किंतु, उन्होंने उनके विकास के लिए कुछ नहीं किया। और न ही उनके इलाकों में विकास के लिए कोई कदम उठाया। सीएम सरमा ने कहा कि दोनों ही पार्टियों में से किसी ने भी उनके लिए सड़क, पुल, विद्यालय, कॉलेज आदि नहीं बनवाए।
असमिया मुस्लिमों की जीवन शैली बेहतर करने के लिए किए कई उपाए
सीएम सरमा ने कहा कि हमें मियां-मुस्लिमों का वोट मिलने की उम्मीद नहीं है। इसीलिए, मैंने मेडिकल कॉलेजों का दौरा भी नहीं किया, क्योंकि वहां बड़ी संख्या में उनका इलाज होता है। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि हर मेडिकल कॉलेज में मियां-मुस्लिमों की तादाद हमारे मूल निवासी युवाओं से ज्यादा है। इसलिए, मैं अब इन कॉलेजों में नहीं जाता।
सीएम ने कहा कि हमने मूल असमिया मुसलमानों की जीवन शैली को बेहतर बनाने के लिए कई उपाए किए हैं। और जल्द ही उन पर एक सर्वे भी किया जा सकता है।
मियां-मुसलमान सभी इलाकों में हैं
सीएम सरमा ने कहा कि यह सत्य है कि मियां-मुसलमान सभी इलाकों में हैं। और यह असम के युवाओं के लिए एक सबक होना चाहिए। हम जानते हैं कि इस समुदाय के युवा असम में मेडिकल, इंजीनियरिंग और अन्य संस्थानों में प्रवेश ले रहे हैं। लेकिन, हम शिकायत नहीं कर सकते क्योंकि वे प्रतिस्पर्धा करते हैं और तब प्रवेश प्राप्त करते हैं।
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