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देश अब कर रहा है ‘गुलामी की मानसिकता से मुक्ति’ की घोषणा : पीएम मोदी

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Varanasi : पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 7 दशक बाद आज ‘समय’ का चक्र एकबार फिर घूमा है, और देश अब ‘गुलामी की मानसिकता से मुक्ति’ और अपनी ‘विरासत पर गर्व’ की घोषणा कर रहा है। पीएम मोदी ने वाराणसी में विश्व के सबसे बड़े ध्यान केंद्र स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि गुलामी के दौर में जिन अत्याचारियों ने देश को कमजोर करने का प्रयास किया, उन्होंने सबसे पहले हमारे सांस्कृतिक प्रतीकों को ही निशाना बनाया। आजादी के बाद इन सांस्कृतिक प्रतीकों का पुनर्निर्माण आवश्यक था।

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पीएम मोदी ने क्या कहा?

पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद सोमनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण तक का विरोध किया गया था और इस तरह की सोच दशकों तक देश पर हावी रही। इसका नतीजा यह हुआ कि देश हीनभावना के गर्त में चला गया। अपनी विरासत पर गर्व करना भूल गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के 7 दशक बाद आज समय का चक्र एक बार फिर घूमा है। देश अब गुलामी की मानसिकता से मुक्ति और अपनी ‘विरासत पर गर्व’ की घोषणा कर रहा है।

हमारे तीर्थ स्थलों का विकास हो रहा है

पीएम ने कहा कि भारत एक ऐसा राष्ट्र है, जो सदियों तक विश्व के लिए आर्थिक समृद्धि और भौतिक विकास का उदाहरण रहा है। सरकार, समाज और संतगण, सब साथ मिलकर काशी के कायाकल्प के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हमारे तीर्थ स्थलों का विकास भी हो रहा है, और भारत आधुनिक ढांचे की दृष्टि से नए रिकॉर्ड भी बना रहा है।

बनारस का मतलब है-विकास

पीएम मोदी ने कहा कि अब बनारस का मतलब है-विकास। अब बनारस का मतलब है-आस्था के साथ आधुनिक सुविधाएं। अब बनारस का मतलब है-स्वच्छता और बदलाव। बनारस आज विकास के अद्वितीय पथ पर अग्रसर है।

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