श्रीनगर में आतंकी साजिश नाकाम, राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षाबलों ने 6 चीन निर्मित ग्रेनेड बरामद किए

जम्मू-कश्मीर। श्रीनगर में दशकों से हो रही आतंकी गतिविधियाँ रूकने का नाम नहीं ले रहीं। हर रोज कोई न कोई ख़बर सामने आ ही जाती है। इसी बीच श्रीनगर के बेमिना इलाके में भारतीय सुरक्षाबलों ने आतंकियों की एक और साजिश को नाकाम करने में सफलता प्राप्त की है। यहाँ रेत के एक बैग में छह ग्रेनेड्स की बरामदगी की गई हैं। ग्रेनेड मिलने के बाद से उस इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
ग्रेनेड वाला यह बैग रोड ओपनिंग पार्टी के जवानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर एक डिवाइडर के पास से बरामद किया हैं। यह सभी ग्रेनेड चीन निर्मित हैं। जवानों की सतर्कता और सूझबूझ से एक बड़ी आतंकी साजिश नाकाम हो गई है। पुलिस ने सभी ग्रेनेड्स अपने कब्जे में ले लिए है।
हाइब्रिड आतंकियों की मौजूदगी की आशंका
प्राप्त ग्रेनेड्स से कश्मीर में हाईब्रिड आतंकियों की मौजूदगी की आशंका जताई जा रही है। जिसके बाद से सुरक्षाबल पूरी तरह से सतर्क हो गए हैं। स्लीपर सेल की तरह के ये आतंकी निहत्थों को निशाना बना रहे हैं।
हाल ही में कश्मीर में हुईं नेताओं और पुलिसकर्मियों की हत्याओं में भी यही हाईब्रिड आतंकी शामिल थे। इन पार्टटाइम हाईब्रिड आतंकियों को पकड़ पाना काफी मुश्किल भरा काम होता है, क्योंकि इन्हें ट्रैक करने में दिक्कतें आती हैं। ये आतंकी ज़्यादातर रात में वारदात को अंजाम देते हैं और उसके बाद अपने सामान्य काम-काजों को करने लगते हैं, और फिर अगले टास्क के मिलने का इंतज़ार करने लगते हैं। कठिन चुनौतियों के बावजूद ऐसे हाईब्रिड आतंकियों पर अब पूरी निगरानी रखी जा रही है।
कौन होते हैं हाईब्रिड आतंकी?
ऐसे आतंकी, जो सुरक्षाबलों की आतंकियों के नामों वाली सूची में नहीं है। ये हाईब्रिड आतंकी स्लीपर सेल की तरह काम करते हैं। इसमें युवाओं को पार्टटाइम आतंकी बना दिया जाता है। और इनका ब्रेनवॉश कर कट्टरपंथी बना दिया जाता है। इन्हें इतना बरगलाया जाता है कि ये हैंडलर द्वारा सौंपे गए टास्क को पूरा कर सकें। हमले करने के बाद वे अपने सामान्य कामकाज में जुट जाते हैं, जिससे इन्हें पहचानने में दिक्कतें आती हैं।