‘असली जिहाद, गरीबी और बेरोजगारी से लड़ना है, धर्म के खिलाफ लड़ना नहीं’- गुलाम नबी आजाद

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने शनिवार को कहा है कि असली जिहाद गरीबी और बेरोजगारी से लड़ना है न कि किसी धर्म या नेता या पार्टी के लिए लड़ना।
गलाम नबी, जम्मू-कश्मीर के रामबन में जम्मू-कश्मीर को फिर से एक राज्य बनाने की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि लोगों की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नौकरशाही, राजनीतिक तौर से चुने गए लोगों का मुकाबला नहीं कर सकती है।
उन्होंने कहा जिहाद का मतलब ये किसी धर्म के विरूद्ध लड़ना नहीं, असली जिहाद, गरीबी और बेरोजगारी का खात्मा करना है न कि किसी धर्म, नेता या पार्टी के खिलाफ लड़ना।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वो किसी पार्टी या नेता को अपना दुश्मन नहीं मानते हैं।
उन्होंने महंगाई और गरीबी के मुद्दे पर जोर देते हुए कहा कि रोजमर्रा की दाल और चीनी जैसी चीजे भी लोगों की पहुंच से बाहर हैं।
आगे उन्होंने कहा कि वो नेता कम सुधारवादी ज्यादा हैं। और भेदभाव और दुर्व्यवहार को दूर करने के लिए सुधार की आवश्यकता है।
आजाद ने कहा कि जो लोग धर्म के आधार पर लोगों को बांटते हैं वो मानसिक तौर से बीमार लोग होते हैं।
“जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने कभी भी क्षेत्र या धर्म के आधार पर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया और सबको बराबर समझा.”