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‘पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे’- बीजेपी के लिए 2022 में फिर से सत्ता का मौका!

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सुल्तानपुर: उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्सप्रेस-वे की सौगात दी है। ये वही पूर्वांचल है जो कई सालों तक विकास की छींटों से भी अछूता रहा है। कई पत्रकारों ने, नेताओं ने और बुद्धिजीवियों ने पूर्वांचल के विकास का मुद्दा पहले भी उठाया है, लेकिन यूपी में डबल इंजन की सरकार ने धरातल पर विकास करके दिखाया। कुछ हफ्ते पहले पीएम मोदी ने कुशीनगर को हवाई अड्डे की सौगात दी थी और 16 नवंबर को पूर्वांचल को 341 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस-वे की सौगात मिली है।

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लेकिन सवाल ये ही कि प्रदेश में सपा बसपा का भी राज रहा है, तो पूर्वांचल में विकास की बयार पहले क्यों नहीं बही ?

  • पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 314 किलोमीटर लंबा है
  • पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ेगा
  • लखनऊ के चांद सराय से शुरू होगा और गाजीपुर तक पहुंचेगा
  • एक्सप्रेस-वे को बनाने में 22500 करोड़ का खर्च आया है
  • पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के 9 जिलों को जोड़ेगा
  • लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर को फायदा होगा
  • अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर तक कनेक्टिविटी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2018 में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया। रिकॉर्ड 36 महीनों में ये एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार हुआ है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से गाजीपुर से दिल्ली पहुंचने में 10 घंटे का वक्त लगेगा। इस एक्सप्रेस-वे से न केवल यूपी के लोगों को फायदा होगा बल्कि बिहार के लोग भी इसका लाभ ले सकेंगे। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे यूपी और बिहार के रिश्तों को भी मजबूत करने का काम करेगा।

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण कुछ इस तरह से किया गया है, कि आपातकाल में लड़ाकू विमानों की लैंडिंग के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकेगा। एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री मोदी हरक्यूलिस विमान से एक्सप्रेस-वे पर उतरे।

पीएम ने कहा, तीन वर्ष पहले जब मैंने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था, तब ये नहीं सोचा था कि एक दिन उसी एक्सप्रेस-वे पर विमान से मैं खुद उतरूंगा।

पीएम ने इस एक्सप्रेस-वे को यूपी में संकल्पों की सिद्धि का जीता जागता प्रमाण बताया। उन्होंने कहा, यहां इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का काम भी शुरू होता जा रहा है, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के इर्दगिर्द बहुत जल्द नए उद्योग लगने शुरू हो जाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के बाद जनता को संबोधित भी किया। यूपी के एमपी होने के नाते प्रदेश में अपनी सरकार के काम-काज गिनाए। विपक्ष पर जोरदार हमला बोला और इसी के साथ आगामी विधानसभा चुनाव के लिए लोगों के बीच सरकार की पकड़ मजबूत की।

दरअसल साल 2022 में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। उन राज्यों में उत्तर प्रदेश भी शामिल है। यूपी जैसी बड़ी आबादी वाले राज्य को फतह करने के लिए बीजेपी जोर-शोर से तैयारियों में जुटी है। कुछ समय पहले राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह ने यूपी का दौरा कर कार्यकर्ताओं को यूपी फतह का मंत्र दिया था।

पीएम मोदी प्रदेश में विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण कर रहे हैं, मुख्यमंत्री योगी लगातार जिलों का दौरा कर रहे हैं और प्रदेश में बीजेपी के लिए जमीन मजबूत कर रहे हैं।

ऐसे तो बीजेपी ने कई ऐसे काम किए जिससे चुनावों में उसे फायदा मिल सकता है। जैसे हाल ही में मां अन्नपूर्णा की देश वापसी हुई, वाराणसी के बाबा विश्वनाथ धाम में पुनर्स्थापित की गईं।

लेकिन राजनीति के विशेषज्ञों की मानें तो पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन बीजेपी के लिए चुनाव में बड़ा कमाल कर सकती है।

आगामी विधानसभा चुनावों के लिए 9 जिलों से गुजरने वाले पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे में कुल 55 विधानसभा सीटें हैं। जिसमें से वर्तमान में बीजेपी के पास 33 विधानसभा सीटें है जबकि सपा के पास 11, बसपा के पास 8 और सुहेलदेव पार्टी के पास 2 विधानसभा सीटें हैं ऐसे में पूर्वांचल के लिए एक्सप्रेस-वे की सौगात बीजेपी के लिए चुनावी जिन्न साबित हो सकता है।

अब देखने वाली बात ये होगी कि 2022 में एक्सप्रेस-वे के रास्ते बीजेपी सत्ता वापसी करेगी या फिर लोगों की आस्था में किए गए काम बीजेपी को सिंहासन पर बैठाएंगे।

कॉपी: मानसी दुबे

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