स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति मुर्मू का देश के नाम संबोधन, बोलीं- हमारी असली पहचान भारतीय
77वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित कर रही हैं। स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी, कहा- सभी देशवासी उत्साह के साथ अमृत महोत्सव मना रहे हैं।
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा, “15 अगस्त, 1947 के दिन देश ने एक नया सवेरा देखा। उस दिन हमने विदेशी शासन से तो आजादी हासिल की ही, हमने अपनी नियति का निर्माण करने की स्वतंत्रता भी प्राप्त की। हमारी स्वाधीनता के साथ, विदेशी शासकों द्वारा उपनिवेशों को छोड़ने का दौर शुरू हुआ और उपनिवेशवाद समाप्त होने लगा। हमारे द्वारा स्वाधीनता के लक्ष्य को प्राप्त करना तो महत्वपूर्ण था ही, लेकिन उससे भी ज्यादा उल्लेखनीय है, हमारे स्वाधीनता संग्राम का अनोखा तरीका।
उन्होंने कहा, महात्मा गांधी तथा अनेक असाधारण एवं दूरदर्शी विभूतियों के नेतृत्व में हमारा राष्ट्रीय आंदोलन अद्वितीय आदर्शों से अनुप्राणित था। गांधी व अन्य महानायकों ने भारत की आत्मा को फिर से जगया और हमारी महान सभ्यता के मूल्यों को जन-जन में संचार किया।
राष्ट्रपति के संबोधन को आकाशवाणी के राष्ट्रीय नेटवर्क पर प्रसारित किया जा रहा है। इसे दूरदर्शन के सभी चैनलों पर हिंदी में और उसके बाद अंग्रेजी में प्रसारित किया गया। दूरदर्शन पर हिंदी और अंग्रेजी में संबोधन के प्रसारण के बाद दूरदर्शन के क्षेत्रीय चैनल द्वारा क्षेत्रीय भाषाओं में प्रसारण किया जाएगा।
लाल किले पर होगा भव्य कार्यक्रम
बता दें वहीं, इस बार 77वें स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में भारी भीड़ जुटने की उम्मीद है, क्योंकि इस बार कार्यक्रम में कोविड-19 को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं हैं। सरकार ने पीएम किसान योजना के लाभार्थियों समेत 1,800 विशेष मेहमानों को आमंत्रित किया है। इसके अलावा, प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश से 75 जोड़ों को भी उनकी पारंपरिक पोशाक में लाल किले पर समारोह देखने के लिए आमंत्रित किया गया है।
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