Success Story :पीएम मोदी की पहली ‘मन की आवाज ने पलट दी राम सागर यादव की किस्मत, जानें कैसे
कहते हैं कि मोटिवेशन की एक छोटी सी चिंगारी भी आपका भविष्य में चार चांद लगा सकती है। ऐसी ही एक सकारात्मक स्टोरी सामने आई है बिहार के एक छोटे से गांव मे रहने वाले बहुत ही आम शख्स की जो कि आज के दिन नौकरी की तलाश में न होकर वो 70 लोगों को रोजगार देने का काम कर रहे हैं।
बिहार (Bihar) के गोपालगंज जिले के उचकागांव प्रखंड के अंतर्गत माझा इमिलिया गांव में रहने वाले राम सागर यादव (Ram Sagar Yadav) बैंक मैनेजर की नौकरी छोड़ने के बाद एक सफल व्यवसायी बन चुके हैं यादव के मुताबिक, जब नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पहली बार प्रधानमंत्री बने थे और उनका पहला ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) कार्यक्रम आया था, उसे सुनकर ही उन्हें खादी (Khadi) का काम करने की प्रेरणा मिली थी।
70 परिवारों को रोजगार दे रहे हैं राम सागर यादव
एक अखबार को दिए इंटरव्यू में यादव ने बताया कि पीएम मोदी ने 2014 के अपने पहले मन की बात कार्यक्रम में खादी का जिक्र किया था, वहीं से उन्हें लगा कि इस पर काम करना चाहिए। उनके अनुसार इसके बाद उनका मन तब पूरी तरह से व्यापार में उतरने के लिए पक्का हो गया जब चंपारण के एक आश्रम में जाकर खादी का काम देखा। यादव ने बताया कि खादी का काम जॉब करते हुए शुरू कर दिया था लेकिन 2019 में इसी में पूरी तरह उतर गए थे।
वो एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस में मैनेजर थे। राम सागर यादव के स्टार्टअप का नाम ‘कुशग्राम खादी ग्रामोद्योग संस्थान’ है। बकौल यादव वर्तमान में वह गांव के 70 लोगों को रोजगार दे रहे हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं.
राम सागर यादव से ये भी पता चला कि कारखाने में कपास से धागा बनाने से लेकर हथकरखे से कपड़े की बुनाई और फिर उसे पूरी तरह से तैयार करने का काम किया जाता है। कपड़े की रंगाई भी होती है और युवा पीढ़ी के लिए प्रिंटेड खादी का कपड़ा तैयार किया जाता है। इसके अलावा महिलाओं के लिए खादी की साड़ी भी तैयार होती है।