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No Confidence Motion: ‘मणिपुर में हुई भारत माता की हत्या’, लोकसभा में बोले राहुल गांधी

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लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का आज दूसरा दिन है। आज सदन में जोरदार हंगामा हुआ। आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी सुप्रीम कोर्ट से सजा पर रोक लगने के बाद पहली बार सदन में बोले हैं। राहुल गांधी ने अपने लगभग 37 मिनट के संबोधन में सत्ता पक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सबसे पहले स्पीकर का धन्यवाद किया।

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‘दिमाग से नहीं दिल से बोलना चाहता हूं’

राहुल गांधी ने अपने संबोधन की शुरूआत में कहा कि पिछली बार मैं सदन में अडानी के मुद्दे पर बोला था, जिससे कुछ सीनियर नेताओं को कष्ट हुआ था, लेकिन अब आपको डरने की जरूरत नहीं है, घबराने की जरूरत नहीं है। आज मैं अडानी पर नहीं बोलने जा रहा है। मेरा भाषण आज दूसरी दिशा में जा रहा है। इसके बाद राहुल ने कहा कि रूमी ने कहा था- जो शब्द दिल से आते हैं, वो शब्द दिल में जाते हैं। तो आज मैं दिमाग से नहीं दिल से बोलना चाहता हूं। मैं आप लोगों पर इतना आक्रमण नहीं करूंगा। एक-दो गोले जरूर मारूंगा, लेकिन इतने नहीं मारूंगा।

‘तुम्हारा लक्ष्य क्या है?’

उन्होंने आगे भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले साल 130 दिनों तक मैं यात्रा पर था। समुंदर के तट से कश्मीर की बर्फीली पहाड़ी तक चला। यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है। यात्रा जारी है और जरूर लद्दाख आएंगे। बहुत सारे लोगों ने मुझसे पूछा यात्रा के दौरान और उसके बाद कि राहुल तुम क्यों चल रहे हो। तुम्हारा लक्ष्य क्या है? कन्याकुमारी से कश्मीर तक क्यों जा रहे हो। जब वो मुझसे पूछते थे शुरुआत में मेरे मुंह से जवाब नहीं निकलता था। शायद मुझे ही नहीं मालूम था कि मैंने ये यात्रा क्यों शुरू की। राहुल गांधी ने कहा कि जिस चीज से मुझे प्यार था, जिस चीज के लिए मैं मरने को तैयार हूं। जिस चीज के लिए मैं मोदी जी की जेलों में जाने को तैयार हूं। जिस चीज के लिए मैंने 10 साल हर रोज गाली खाई। उस चीज को मैं समझना चाहता हूं। ये है क्या, जिसने मेरे दिल को इतनी मजबूती से पकड़ रखा था।

राहुल गांधी ने कहा कि जो हिंदुस्तान को अहंकार से देखने निकला था वो पूरा का पूरा अहंकार गायब हो गया। रोज मैं डर-डरकर चलूं कि क्या मैं कल चल पाऊंगा। ये मेरे दिल में दर्द था। जब भी ये दर्द बढ़ता था, कहीं न कहीं से कोई न कोई शक्ति मेरी मदद कर रही थी। जब मैं चल रहा था कोई किसान आता था तो मैं उसको अपनी बात बताता था। मगर इतने लोग आए। हजारों लोग आए फिर थोड़ी देर में मैं बोल नहीं पाया। मेरे दिल में जो बोलने का डिजायर था वो बंद हो गया। एक सन्नाटा सा छा गया। भीड़ की आवाज थी भारत जोड़ो, भारत जोड़ो। जो मेरे से बात करता था उसकी आवाज मैं सुनता था।

‘मेरा दुख, मेरी चोट, मेरा दर्द खत्म हो गया’

राहुल गांधी ने कहा किसानों को बीमा का पैसा नहीं मिला। हिंदुस्तान के बड़े उद्योगपतियों ने मुझसे छीन लिया। मगर इस बार बड़ी अजीब सी चीज हुई। जब मैंने किसान को देखा और वो मुझसे बोल रहा था। तो जो उसके दिल में दर्द था वो मेरे दिल में आया। जो उसके आंखों में शर्म थी जब वो अपनी बीवी से बात करता था वो मेरी आंखों में आई। जब उसकी जो भूख थी वो मुझे समझ आई। उसके बाद यात्रा बिल्कुल बदल गई। मुझे भीड़ की आवाज नहीं सुनाई देती थी, मुझे सिर्फ उस व्यक्ति की बात सुनाई देती थी जो मुझसे बात करता था। मेरा दुख, मेरी चोट, मेरा दर्द खत्म हो गया था।

उन्होंने कहा कि ये देश एक आवाज है। ये देश सिर्फ एक आवाज है। अगर हमें इस आवाज को सुनना है तो हमारे दिल में जो अहंकार है। हमारे जो सपने हैं, उनको हमें परे करना पड़ेगा। जब हम अपने सपनों को परे करते हैं तब हमें हिंदुस्तान की आवाज सुनाई देती है। अब आप कहोगे ये बात मैंने अविश्वास प्रस्ताव में क्यों कहीं?

मणिपुर के मुद्दे पर निशाना साधा

कुछ ही दिन पहले मैं मणिपुर गया। हमारे पीएम नहीं गए क्योंकि उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है।आज सच ये है कि आज मणिपुर नहीं बचा है। मणिपुर को आपने दो भागों में तोड़ दिया है। मणिपुर में रिलीफ कैंप में मैंने महिलाओं से बात की, बच्चों से बात की, जो हमारे पीएम ने आजतक नहीं किया। एक महिला मुझे कहती है, मैंने उनसे पूछा कि बहन क्या हुआ आपके साथ? कहती है, मेरा छोटा सा बेटा, एक ही बच्चा था मेरे आंखों के सामने उसको गोली मारी है। मैं पूरी रात उसकी लाश के साथ लेटी रही। इन्होंने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है। इनकी राजनीति ने मणिपुर को नहीं हिंदु्स्तान में मणिपुर को मारा है।

किरेन रिजिजू ने किया पलटवार

राहुल गांधी के संबोधन के बीच में किरेन रिजिजू ने कहा कि जो कहा है इसकी जिम्मेदार कांग्रेस पार्टी है। राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए। नॉर्थ ईस्ट में इनकी पार्टी ने इतने साल शासन किया है। मणिपुर में मिलिटेंट कांग्रेस पार्टी के कारण पैदा हुआ है।

‘मणिपुर में की भारत माता की हत्या’

उन्होंने कहा कि भारत माता की हत्या आपने मणिपुर में की। भारत माता को आपने मणिपुर के लोगों को मारा। आपने मणिपुर के लोगों को मारकर भारत की हत्या की है। आप देशद्रोही हो, आप देशभक्त नहीं हैं, आपने देश की हत्या मणिपुर में की। इसीलिए आपके प्रधानमंत्री मणिपुर में नहीं जा सकते हैं। क्योंकि उन्होंने मणिपुर में भारत माता की हत्या की है।

‘दूसरी मां को आपने मणिपुर में मारा’

राहुल गांधी ने कहा कि एक मेरी मां यहां बैठी है। दूसरी मां को आपने मणिपुर में मारा है। हर रोज जब तक आप हिंसा को बंद नहीं करोगे। तब तक आप मेरी मां की हत्या कर रहे है। हिंदुस्तान की सेना मणिपुर में एक दिन में शांति ला सकती है। क्योंकि आप हिंदुस्तान को मणिपुर में मारना चाहते हो।

राहुल गांधी ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी हिंदुस्तान की आवाज नहीं सुनते हैं तो दो लोगों की आवाज सुनते हैं। किसकी आवाज सुनते हैं। देख लीजिए अडानी जी के लिए मोदी जी ने क्या काम किया है। रावण दो लोगों की सुनता था। मेघनाद और कुंभकर्ण। वैसे ही नरेंद्र मोदी दो लोगों की सुनते हैं। अमित शाह और अडानी। लंका को हनुमान ने नहीं जलाया था, लंका को रावण के अहंकार ने जलाया था। आपने मणिपुर में केरोसिन फेंकी। आपने हरियाणा में केरोसिन फेंकी। आप पूरे देश को जलाने की कोशिश कर रहे हो।

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