
Nagpur : राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि लड़कियों की शिक्षा में निवेश देश की प्रगति में बेशकीमती निवेश है। उन्होंने डीपफेक के मसले पर कहा कि जहां एक तरफ एआई का उपयोग लोगों के जीवन को सुगम बना रहा है, तो वहीं डीपफेक बनाने के वास्ते इसका दुरुपयोग समाज के लिए खतरा पैदा कर रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि यदि प्रौद्योगिकी का सही उपयोग किया जाए, तो इससे समाज को फायदा होगा। लेकिन, इसके दुरुपयोग से मानवता पर असर पड़ेगा।
राष्ट्रपति मुर्मू ने क्या कहा?
राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के 111 वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अब हर युवा प्रौद्योगिकी को समझता भी है, और उसका उपयोग भी करता है। किसी भी संसाधन का सदुपयोग भी हो सकता है और दुरुपयोग भी। यही बात प्रौद्योगिकी के साथ भी सच है। यदि इसका सही इस्तेमाल किया जाए तो इससे समाज और देश को फायदा होगा। लेकिन, अगर इसका दुरुपयोग हुआ, तो इसका असर मानवता पर पड़ेगा।
डीपफेक समाज के लिए खतरा
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि आज कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल हमारे जीवन को सुगम बना रहा है। लेकिन, डीपफेक के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल समाज के लिए खतरा है। इस संबंध में नैतिक मूल्य आधारित शिक्षा हमें रास्ता दिखा सकती है।
डीपफेक क्या है?
डीपफेक तकनीक शक्तिशाली कंप्यूटर और शिक्षा का इस्तेमाल करके वीडियो, छवियों, ऑडियो में हेरफेर करने की एक विधि है। राष्ट्रपति ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि दीक्षांत समारोह में आधे से अधिक डिग्री धारक लड़कियां हैं। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि लड़कियों की शिक्षा में निवेश देश की प्रगति में सबसे मूल्यवान निवेश है।
विद्यार्थियों को सदैव जिज्ञासु रहना चाहिए
राष्ट्रपति ने कहा कि आज प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हो रहे बड़े बदलावों को देखते हुए लगातार सीखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को सदैव जिज्ञासु रहना चाहिए, और जीवन भर सीखने का प्रयास करना चाहिए।
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