भारत की लाल सागर में हर स्थिति पर पैनी नजर, सभी पहलुओं का सावधानी से किया जा रहा मूल्यांकन : अरिंदम बागची
New Delhi : भारतीय विदेश मंत्रालय ने हुती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में जहाजों पर हमले तेज किए जाने की पृष्ठभूमि में कहा कि वह उस क्षेत्र में उभरती स्थिति पर पैनी नजर रख रहा है और सभी पहलुओं का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन कर रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह भी कहा कि भारत लाल सागर में और इसके आसपास किसी भी बहुपक्षीय पहल या अभियान का भाग नहीं है। बागची ने अपनी कहा कि जैसा कि हमने पहले कहा है कि हम वाणिज्यिक पोतों की मुक्त आवाजाही को महत्व देते हैं, जो वैश्विक वाणिज्य को रेखांकित करने वाले मूलभूत सिद्धांतों में से एक है।
अरिंदम बागची ने क्या कहा?
बागची ने कहा कि हम उस क्षेत्र में सामने आ रही स्थिति के सभी पहलुओं का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन कर रहे हैं। हमारे रक्षा बल इस संबंध में आवश्यक उपाय कर रहे हैं।’विस्तृत जानकारी दिए बिना, बागची ने कहा कि रक्षा बल आवश्यक उपाय कर ऎंरहे हैं। भारतीय नौसेना ने मंगलवार को कहा कि उसने व्यापारिक जहाज एमवी केम प्लूटो पर हमले सहित क्षेत्र में हाल की घटनाओं के मद्देनजर अरब सागर में केंद्रित समुद्री सुरक्षा अभियान शुरू किया है। लाइबेरिया के ध्वज वाला पोत पिछले शनिवार को भारत के पश्चिमी अपतटीय क्षेत्र में ड्रोन हमले का निशाना बना था, जिससे सुरक्षा संबंधी चिंताएं पैदा हो गईं।
किसी बदलाव का कोई भी आरोप गलत है
एमवी केम प्लूटो के अलावा भारत की ओर आ रहा एक अन्य वाणिज्यिक तेल टैंकर एमवी साईं बाबा उसी दिन दक्षिणी लाल सागर में एक संदिग्ध ड्रोन हमले की चपेट में आ गया। मीडिया में आई इन खबरों के बारे में पूछे जाने पर कि पूर्वी लद्दाख में रेजांग ला स्मारक को चीन के साथ सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया के हिस्से के रूप में ध्वस्त कर दिया गया था, बागची ने कहा कि इसमें किसी बदलाव का कोई भी आरोप गलत है।
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