
हम दो, हमारे दो, भारत के Population Control Bill की भी यही नीति रही है। हालांकि, लगभग तीन दर्जन बार इसे संसद में पेश किया गया, कई बहस हुई, नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी। लेकिन सब विफल रह गया। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि भारत ने जनसंख्या के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ दिया है।
दरअसल, हाल ही में United Nations Population Fund की रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें ये दावा किया गया है कि भारत 142.86 करोड़ की जनसंख्या के साथ विश्व का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन चुका है। वहीं, दूसरे न. पर चीन है, जिसकी आबादी 142.57 करोड़ है और 34 करोड़ के साथ USA तीसरे नंबर पर है। आपको बता दें, इस दौरान ये भी बताया गया है कि हमारी धरती अब 804.5 करोड़ लोगों का घर बन चुकी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की 25 प्रतिशत आबादी 0 से 14 साल के बीच है। इसके अलावा 18 फीसदी लोग 10 से 19 की उम्र के हैं। 10 से 24 साल तक के लोगों की संख्या 26 प्रतिशत है। वहीं 15 से 64 साल तक के लोगों की संख्या 68 प्रतिशत है और 65 से ऊपर के 7 प्रतिशत लोग हैं। चीन की बात करें तो 0 से 14 साल के बीच 17%, 10 से 19 के बीच 12%, 10 से 24 साल 18%, 15 से 64 साल 69% और 65 से ऊपर के लोगों की संख्या 14% है।
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