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बार-बार प्यास लगना हो सकता है आंत से संबंधित इस खतरनाक बीमारी का संकेत

Bowel Cancer
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Bowel Cancer: Disease and Symptoms- गर्मियों का मौसम (Summer Season) शुरू हो चुका है। ऐसे में बार-बार प्यास लगना एक आम समस्या हो जाती है। इससे बचने के लिए कुछ समय के अंतराल पर पानी पीना चाहिए। इस मौसम पर गला सूखना और प्यास लगना यह संकेत होता है कि आपके शरीर को पानी की जरूरत है।

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लेकिन यदि बार-बार और बहुद जल्दी आपको प्यास लग रही है तो आपको एक बार जरूर सोचना चाहिए। अगर आपको पानी पीने के बाद भी प्यास महसूस हो तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए।

ऐसी समस्या आने पर जब आप डॉक्टर को दिखाने जाते हैं तो वह पहले आपको डायबिटीज का टेस्ट कराने को कहते हैं। लेकिन यदि डायबिटीज टेस्ट (Diabetes Test) ठीक रहने पर यह समस्या आ रही है तो आपको थोड़ा गहराई में सोचने की जरूरत है।

लगातार पानी पीने के बाद भी बार-बार प्यास लगना आंत से जुड़ी किसी समस्या की ओर इशारा करता है। हो सकता है कि आपको आंत का कैंसर हो। यह कैंसर बहुत धीमी गति से शरीर में बढ़ता है और इसके लक्षण बहुत देर में नजर आते हैं।

आंत कैंसर (Bowel Cancer) के शुरुआती लक्षण

  • शरीर में दर्द होना
  • थकान महसूस होना
  • भूख कम लगना
  • वजन कम होना
  • बार-बार प्यास लगना

आंत का कैंसर (Bowel Cancer) होने से पहले यह शुरुआती लक्षण होते हैं। अगर इन लक्षणों के आधार पर इलाज होता है तो समय रहते आप आंत के कैंसर को बढ़ने से रोक सकते हैं।

पढ़ें- अगर आप भी जूझ रहे हैं पेट की समस्याओं से तो अमरूद है रामबाण इलाज!

आंतों के कैंसर के क्या लक्षण हैं?

  • मल त्यागने में समस्या या बदलाव
  • पेट में दर्द होना और कब्ज की समस्या होना
  • मल में खून आना
  • शरीर का वजन धीरे-धीरे कम होना
  • एनल और रेक्टम के आसपास गांठ बनना
  • यूरिन में ब्लड आना और यूरिन के कलर में बदलाव आना
  • बार-बार यूरिन पास करना

आंत का कैंसर 60 साल से अधिक उम्र के लोगों ज्यादा होने का खतरा रहता है। लो फाइबर डाइट लेने से भी आंत के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। मोटे लोगों में आंत के कैंसर का खतरा ज्यादा होता है।

इसके अलावा अधिक शराब का सेवन करने वाले लोगों को आंत के कैंसर का खतरा ज्यादा होता है। यदि किसी के घर में या माता-पिता को यह बीमारी पहले हो चुकी है तो उन लोगों में यह बीमारी होने का खतरा काफी ज्यादा होता है।

अस्वीकरण- यह जानकारी लोगों की जिज्ञासा को ध्यान में रखकर दिया गया है। हिंदी खबर इसपर किसी भी प्रकार का दावा नहीं करता है। विशेष जानकारी और उपचार के लिए हमेशा डॉक्टर से संपर्क करें।

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