Advertisement

Kedarnath By-Election: टिकट पर बीजेपी में घमासान जारी, विरासत को आगे ले जाने के लिए पुत्री और दत्तक पुत्र में घमासान

Kedarnath By-Election

Kedarnath By-Election

Share
Advertisement

Kedarnath By-Election: केदारनाथ विधानसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव को लेकर भाजपा के भीतर टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है, वहीं टिकट को लेकर शैला रानी रावत की पुत्री ऐश्वर्या रावत और शैला रानी रावत के दत्तक पुत्र के बीच भी दावेदारी को लेकर एक तरह से जंग छिड़ चुकी है।

Advertisement

शैला रानी रावत के निधन से खाली हुई केदारनाथ विधानसभा सीट

केदारनाथ विधायक शैला रानी रावत के निधन से खाली हुई केदारनाथ विधानसभा सीट पर अब चुनाव में बीजेपी के भीतर टिकट को लेकर दावेदार टेंशन बढ़ने का काम कर रहे हैं, वहीं शैला रानी रावत की राजनीतिक विरासत संभालने को लेकर भी जंग छिड़ चुकी है, क्योंकि शैला रानी रावत की पुत्री ऐश्वर्या रावत का कहना है कि बीजेपी में एक परिपाटी बनी है, कि यदि किसी विधायक का निधन होता है, तो उसके परिवार को ही टिकट दिया जाता है, इसलिए उन्हें पूरी उम्मीद है कि पार्टी उन्हें टिकट देगी। वहीं ऐश्वर्या रावत ने बीजेपी में टिकट के ऐलान से पहले ही नामांकन पत्र भी खरीद लिया है, जिससे माना जा रहा है कि ऐश्वर्या रावत पार्टी पर दबाव बनाने का भी काम टिकट पाने को लेकर कर रही है।

टिकट न मिलने पर बगावत कर निर्दलीय मैदान में उतरने का इशारा

वहीं दूसरी तरफ टिकट न मिलने पर बगावत कर निर्दलीय मैदान में उतरने का इशारा कर रही है। लेकिन असली जंग शैला रानी रावत की विरासत को संभालने को लेकर अब टिकट के दावेदारी में भी देखी जा रही है। शैला रानी रावत की पुत्री ऐश्वर्या रावत अपनी मां की विरासत को आगे बढ़ाने की बात कर रही है तो वहीं शैला रानी रावत की राजनीति को देखने के साथ चुनावी मैनेजमेंट देखने वाले जयदीप बर्थवाल का कहना है कि वह शैला रानी रावत के दत्तक पुत्र और शैला रानी रावत की राजनीति विरासत को वह आगे बढ़ाना चाहते है, क्योंकि शैला रानी रावत भी चाहती थी, कि उनके दत्तक पुत्र होने के नाते उनकी राजनैतिक विरासत वही संभाले।

टिकट की दावेदारी को लेकर मची होड़

बीजेपी में टिकट की दावेदारी को लेकर मची होड़ के बीच भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक आशा नौटियाल भी देवदारी कर रही है, लेकिन उनकी दावेदारी को ही सबसे मजबूत माना जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ कर्नल अजय कोठियाल और कुलदीप रावत जो कि दो बार निर्दलीय विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं और दोनों बार दूसरे नंबर पर रहे उनकी दावेदारी भी मजबूत आंकी जा रही है, लेकिन प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान का कहना है कि जब तक टिकट का ऐलान नहीं होता है तब तक सभी को दावेदारी करने का हक है लेकिन टिकट का ऐलान होने के बाद सभी दावेदार प्रत्याशी के साथ खड़े होंगे। वहीं भाजपा विधायक खजनदास का कहना है कि दावेदारी करना एक अलग बात है लेकिन पार्टी लाइन से बाहर जाना बिल्कुल उचित नहीं होगा।

कुल मिलाकर देखें तो केदारनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर भाजपा के भीतर जिस तरीके से दावेदार पार्टी पर दबाव बनाने का काम कर रहे हैं उस पार्टी के भीतर भी बवाल मचा हुआ है ऐसे में देखना ही होगा कि आखिरकार रविवार या सोमवार तक जब टिकट का ऐलान होता है तो टिकट हासिल करने में कौन सा दावेदार बाजी मारने में कामयाब होता है।

रिपोर्ट- शुभांगी भट्ट, संवाददाता, देहरादून

यह भी पढ़ें : हर पात्र व्यक्ति को दिलाएं शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ : CM योगी

Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र,  बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *