झारखंड: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खनन में इस्तेमाल होने वाले विस्फोटकों पर नज़र रखने के दिए आदेश, कहा- ‘नक्सलियों की तोड़ी जाए सप्लाई चेन’

रांची। राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक अर्से से झारखंड में हो रही नक्सली गतिविधियों को रोकने के लिए चल रही सरकारी योजनाओं और जद्दोजहद का निरीक्षण करने के उद्देश्य से गुरूवार को गृह विभाग गए। वहाँ उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ‘खनन में प्रयोग किए जाने वाले विस्फोटक नक्सलियों तक न पहुंचने पाएं, इस बात का ध्यान रखा जाए।’
मुख्यमंत्री ने राज्य के कई क्षेत्रों की ली जानकारी
मुख्यमंत्री ने राज्य के खूंटी, रांची, सरायकेला, चाईबासा, कोल्हान, पारसनाथ, बूढ़ा पहाड़, बूढ़ा पहाड़-छत्तीसगढ़, चतरा-गया, पलामू-औरंगाबाद आदि सीमा क्षेत्रों की भी जानकारी ली।
‘आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को खुली जेल में रखा जाए’- सोरेन
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को नक्सलियों की सप्लाई चेन को तोड़ने के आदेश दिए। इसके अलावा उन्होंने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के विषय में अधिकारियों को फटकारते हुए कहा कि ‘आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सामान्य जेल में रखने के बजाय खुली जेल में रखा जाए।‘
उन्होंने आगे कहा कि ‘खुली जेल से संबंधित नियमों आदि में यदि किसी प्रकार के बदलाव की आवश्कता हो, तो वह भी करें।’ साथ ही आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को मिलने वाली राशि प्रदान करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के भी निर्देश दिए।
नक्सली गतिविधियों को रोकने के लिए पूरी मैपिंग और प्लान की जरूरत
मुख्यमंत्री ने कहा कि खनन में प्रयोग किए जाने वाले विस्फोटकों की पूरी जानकारी रखी जाए, ताकि नक्सलियों तक विस्फोटक ना पहुंच सके। इसके लिए पूरी मैपिंग और एक कामयाब प्लान की जरूरत है। इस दौरान मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, सचिव केके सोन, सचिव ग्रामीण विकास विभाग मनीष रंजन, आइजी अभियान एवी होमकर भी मौजूद रहे।