तालिबान ने पाकिस्तान को बताया दूसरा घर, भारत-पाक संबंधों पर भी बोले तालिबानी प्रवक्ता मुजाहिद
इस्लामाबाद: तालिबान के प्रवक्ता जबीबुल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तान को तालिबान का दूसरा घर बताया है। तालिबानी प्रवक्ता के हवाले से पाकिस्तानी न्यूज़ वेबसाइट एआरवाई न्यूज़ टीवी ने इस बात की जानकारी दी।
एआरवाई न्यूज़ टीवी के अनुसार, मुजाहिद ने कहा है कि पाकिस्तान, तालिबान का दूसरा घर है और वो अपने घर के खिलाफ कुछ नहीं होने देंगे।
ARY टीवी को दिए गए इंटरव्यू के मुताबिक तालिबान के प्रवक्ता ने चरमपंथियों की उपस्थिति से लेकर भारत-पाक संबंधों, भारत प्रशासित कश्मीर और इस्लामिक स्टेट जैसे मुद्दों पर बयान दिए।
जबीबुल्लाह ने अफ़ग़ानिस्तान में इस्लामिक स्टेट और तहरीक-ए-तालिबान (पाकिस्तान) के मुद्दे पर कहा, “हम अपनी ज़मीन किसी के ख़िलाफ़ इस्तेमाल नहीं होने देंगे।” उन्होंने ये भी कहा कि “इस संबंध में हमारी नीति बिल्कुल स्पष्ट है। दाएश (ISIS) की अफगानिस्तान में कोई भी मौजूदगी नहीं है।”
तालिबान इससे पहले भी कई मौकों पर ये साफ़ कर चुका है कि वह अपनी ज़मीन पर चरमपंथी तत्वों को सक्रिय नहीं होने देगा। लेकिन चीन समेत दुनिया के कई बड़े मुल्क इस दावे को संदेह की निगाह से देखते हैं।
‘भारत-पाक मिलकर सुलझाएं मुद्दे’
मुजाहिद ने भारत-पाकिस्तान के बीच लंबे दौर से जारी विवाद पर कहा है कि दोनों देशों को एक साथ बैठकर इस मसले को सुलझाना चाहिए।
जबीबुल्लाह ने आगे कहा, “पाकिस्तान और भारत को बैठकर अपने पुराने सभी मुद्दों को हल कर लेना चाहिए। क्योंकि दोनों ही देश एक दूसरे के पड़ोसी हैं। दोनों को एक दूसरे के हित के बारे में सोचना चाहिए क्योंकि दोनों के हित एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।”
कश्मीर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भारत सरकार को “विवादित इलाके” को लेकर सकारात्मक रुख अपनाने की ज़रूरत है।
इसके साथ ही आने वाले समय में भारत के साथ संबंधों पर भी मुजाहिद ने टिप्पणी देते हुए कहा है कि “तालिबान चाहता है कि भारत सरकार अफ़ग़ानिस्तान के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए अपनी नीति बनाए।”
इसके अलावा रेडियो पाकिस्तान ने बताया कि तालिबानी नेता शहाबुद्दीन दिलवर ने तीस लाख अफ़ग़ान शरणार्थियों को शरण देने के लिए शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने आगे कहा है कि तालिबान सभी देशों के साथ आपसी सम्मान के आधार पर शांतिपूर्ण संबंध चाहता है।